गुजरात विधानसभा चुनाव में इन दिनों जमीनी मुद्दों को छोड़कर धर्म की राजनीति केंद्र में आ गई है. राम मंदिर का मुद्दा गुजरात में चरम पर है, इससे पहले कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के मंदिर-मंदिर जाने का मुद्दा भी चर्चा में था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राहुल के मंदिर दौरों पर तंज कसा है. पीएम ने कहा कि जो लोग बाबा साहेब का नाम लेकर वोट मांगते थे, उन्हें आज बाबा भोले याद आ रहे हैं.
नई दिल्ली में एक कार्यक्रम के दौरान गुरुवार को पीएम मोदी ने कहा कि 'बाबा साहेब का नाम लेकर वोट मांगते हैं, खैर उन्हें आजकल बाबा साहेब नहीं बाबा भोले ज्यादा याद आ रहे हैं चलिए इतना ही सही''.
'एक परिवार' के लिए बाबा साहेब अंबेडकर को भुलाने की कोशिश की गई: मोदी
बता दें कि राहुल गांधी ने अपने गुजरात चुनाव प्रचार की शुरुआत मंदिर में माथा टेककर की थी. अभी तक वह प्रचार के दौरान ही करीब 20 से ज्यादा मंदिरों में माथा टेक चुके हैं. और बीजेपी इस पर ही निशाना साध रही है.
सोमनाथ दौरे पर हुआ था विवाद
गौरतलब है कि राहुल गांधी के सोमनाथ मंदिर में माथा टेकने पर भी विवाद हुआ था. दरअसल, राहुल जब वहां पहुंचे तो उसके बाद एक तस्वीर सामने आई. जिसमें राहुल गांधी के हस्ताक्षर गैर-हिंदू रजिस्टर पर थे, उनके साथ कांग्रेस नेता अहमद पटेल का भी हस्ताक्षर था. इस पर काफी बवाल हुआ था.
कांग्रेस का दावा- राहुल ने नहीं किया था गैर-हिंदू रजिस्टर पर साइन, जानें सच्चाई
BJP ने राहुल पर निशाना साधा था कि उन्होंने जाहिर कर दिया है कि उनका क्या धर्म है. जबकि कांग्रेस ने सफाई देते हुए कहा था कि राहुल ना सिर्फ हिंदू हैं, बल्कि जनेऊधारी हिंदू हैं. कांग्रेस उपाध्यक्ष खुद भी अपने आप को शिवभक्त बता चुके हैं. राहुल ने इस दौरान कहा था कि मैं शिवभक्त हूं, मेरी दादी शिवभक्त थी. लेकिन हम लोग इसका प्रचार नहीं करते हैं.
संबित ने भी किया था शायराना वार
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर वार करते हुए बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने शायरी का सहारा लिया था. बुधवार को प्रेस कांफ्रेंस के दौरान उन्होंने राहुल पर कहा कि “बदलते हुए मौसम का बदलता हुआ परवाना हूँ मैं,गुजरात में जनेउधारी हिंदू तो यूपी बिहार में मौलाना हूँ मैं.”