केंद्रीय वित्त मंत्री और बीजेपी नेता अरुण जेटली ने सोमवार को कहा कि पाटीदार समुदाय को आरक्षण देने का कांग्रेस का वादा कुछ नहीं बल्कि वोटों की खातिर 'छलावा' है क्योंकि सुप्रीम कोर्ट शिक्षा एवं नौकरियों में आरक्षण की सीमा 50 फीसद तय कर चुका है.
गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी प्रभारी जेटली ने कहा कि विकास का विरोध करने के बाद अब कांग्रेस ने सामाजिक विभाजन पैदा कर चुनाव लड़ने की रणनीति तैयार की है लेकिन वह सफल नहीं होगी.
वित्त मंत्री से कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल द्वारा हार्दिक पटेल की अगुवाई वाले संगठन को पाटीदारों के लिए 50 फीसदी से हटकर आरक्षण दिलाने के दिए गए आश्वासन के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि आरक्षण के संबंध में सुप्रीम कोर्ट के फैसले स्पष्ट हैं. सुप्रीम कोर्ट ने 50 फीसदी की सीमा तय कर दी है और उस सीमा का उल्लंघन करना अपने आप को या अन्य को ठगना है.
बता दें कि सिब्बल ने कथित रूप से कहा था कि कांग्रेस अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के वर्तमान आरक्षण में छेड़छाड़ नहीं करना चाहती और वह पाटीदारों को उससे हटकर आरक्षण देगी. जेटली ने कहा कि गुजरात के लिए बीजेपी का घोषणा पत्र तैयार है और इसे जारी करने की तारीख की घोषणा जल्दी ही की जाएगी.