गुजरात की सियासी बाजी जीतने के लिए बीजेपी ने पूरी ताकत झौंक दी है. कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी का मुकाबला करने के लिए मोदी सरकार की पूरी फौज इन दिनों गुजरात में उतरी है. इतना ही नहीं नरेंद्र मोदी की करीब 50 रैलियां गुजरात में होनी है. ऐसे में चुनावी नामंकन प्रक्रिया पूरे होते ही नरेंद्र मोदी की रैलियों का दौर शुरू हो जाएगा. चुनावी प्रचार थमने तक प्रधानमंत्री से लेकर केंद्रीय मंत्री तक गुजरात में डेरा जमाए रहेंगे. इस तरह ये कहा जाए कि मोदी सरकार गुजरात से चलेगी तो कुछ गलत नहीं होगा.
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष जीतू वाघाणी से लेकर उप मुख्यमंत्री नितीन पटेल तक को गौरव यात्रा में जनता की उदासीनता देखने को मिली है. गुजराज में बीजेपी नेताओं को देख जनता भड़क रही है. ऐसी स्थिति में बीजेपी ने ने स्ट्रेटेजी बदल दी है. बीजेपी ने गुजरात में प्रदेश के नेताओं के बजाय केंद्रीय मंत्रियों ओर दूसरे राज्यों के नेताओं को उतारने का मना बनाया है. बता दे कि गुजरात चुनाव बीजेपी के नाक का सवाल बन गया है. ऐसे में बीजेपी कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती है.
बीजेपी मिशन गुजरात को फतह करने के लिए अपने सबसे बड़े चेहरे नरेंद्र मोदी के सहारे मैदान में उतर रही है. बीजेपी ने नरेंद्र मोदी की करीब 50 रैलियां कराने की योजना बनाई है. नवंबर के आखरी सप्ताह से नरेंद्र मोदी की ताबड़तोड़ रैलियां शुरू हो जाएगी. इसके अलावा शहरी क्षेत्रों में नरेंद्र मोदी की रोड शो करने की योजना है.
बीजेपी गुजरात के सभी जिलों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कम से कम दो रैलियां आयोजित करने की तैयारी में है. राज्य में कुल 33 जिले हैं और 182 विधानसभा सीटें हैं. मोदी की करीब 50 रैलियों का प्लान है. इस तरह नरेंद्र मोदी गुजरात में ही पूरे एक महीने तक सक्रिय रहेंगे.
गुजरात गौरव महासंपर्क अभियान तहत बीजेपी घर-घर दस्तक दे रही है. रविवार को बीजेपी ने अपने आधे दर्जन से ज्यादा केंद्रीय मंत्रियों को उतार था. इनमें केंद्रीय रक्षामंत्री निर्मला, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा, केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर, केंद्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी , खाद्य एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री रामविलास पासवान, केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री पुरुषोत्तम रुपला और केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री मनसुख मंडविया शामिल हैं.
केंद्रीय रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण अहमदाबाद के खोखरा सर्किल के खोखरा वार्ड में प्रचार करने उतरी, तो वहीं गांधीनगर के मनसा में केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा चुनाव प्रचार करते नजर आए. निर्मला सीतारमण तो लगातार गुजरात में डेरा जमाए हुए हैं. बीजेपी ने केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर राजकोट के पश्चिम विधानसभा क्षेत्र में लोगों के घर-घर जाकर बीजेपी की नीतियों को बताने का काम किया है. इतना ही नहीं केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान डोर-टू-डोर कंपेन करके माहौल को बीजेपीमय करने की कोशिश में लगे हैं.
बिहार और उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में भी बीजेपी ने पूरी कैबिनेट को चुनावी प्रचार में उतार दिया था. उसी तर्ज पर गुजरात गुजरात के सियासी रण में बीजेपी के केंद्रीय मंत्रियों के उतरने का फैसला किया है.