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गुजरात चुनाव में कांग्रेस खेलेगी 'यूथ कार्ड', रण में उतारेगी ज्यादा से ज्यादा युवा योद्धा

पार्टी इस बार पुराने चेहरों की जगह नए खून को तरजीह देना चाहती है. कांग्रेस नेता ये बताना भी नहीं भूलते कि गुजरात के इस चुनाव में 50 लाख युवा ऐसे होंगे जो पहली बार मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे.

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40 फीसद सीटों पर युवा चेहरों को मौका
40 फीसद सीटों पर युवा चेहरों को मौका

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चुनाव आयोग की ओर से गुजरात विधानसभा चुनाव की तारीखों के एलान के साथ ही चुनावी रण सज गया है. कांग्रेस हो या बीजेपी, सियासी युद्ध के मैदान में अपने बेहतरीन योद्धाओं को ही उतारना चाहती है. गुजरात में इस बार युवाओं की आवाज ज्यादा ही गूंज रही है इसलिए कांग्रेस ज्यादा से ज्यादा युवा उम्मीदवारों पर ही दांव खेलना चाहती है.  

एक तरफ कांग्रेस रणनीतिकारों का जोर है कि गुजरात में युवा आक्रोश की त्रिमूर्ति- हार्दिक पटेल, अल्पेश ठाकोर और जिग्नेश मेवाणी को साथ लेकर चला जाए, वहीं पार्टी अंदरूनी तौर पर भी अधिक से अधिक युवा उम्मीदवारों को टिकट देने का मन बना चुकी है.  

कांग्रेस के गुजरात प्रदेश अध्यक्ष भरत सिंह सोलंकी ने ‘आज तक’ को बताया कि कांग्रेस पार्टी में टिकटों के बंटवारे पर मंत्रणा शुरू हो गई है. सोलंकी के मुताबिक ज्यादा से ज्यादा नए युवा  चेहरों को इस बार चुनावी मैदान में उतारा जाएगा.

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चुनाव तारीखों के एलान के साथ ही दिल्ली में पार्टी की स्क्रीनिंग कमेटी की मुलाकातों का दौर शुरू हो गया है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के मुताबिक इस बार गुजरात में 40% टिकट युवा उम्मीदवारों को दिए जाएंगे. यानी 182 सीटों वाली गुजरात विधानसभा के लिए इस चुनाव में कम से 56 सीटों पर युवा उम्मीदवार कांग्रेस के पंजे के लिए ताल ठोकते नजर आएंगे.    

कांग्रेस इस तथ्य को अच्छी तरह जानती है कि गुजरात में 65% आबादी 35 साल की उम्र से कम है, यही वजह है कि पार्टी इस बार पुराने चेहरों की जगह नए खून को तरजीह देना चाहती है. कांग्रेस नेता ये बताना भी नहीं भूलते कि गुजरात के इस चुनाव में 50 लाख युवा ऐसे होंगे जो पहली बार मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे.

कांग्रेस नेताओं का कहना है, ‘पिछले 22 साल से गुजरात में बीजेपी की सरकार है. गुजरात में दो पार्टी सिस्टम ही चलता है. गुजरात का युवा वर्ग बीजेपी की नीतियों से विमुख होकर कांग्रेस की ओर देख रहा है. इसलिए पार्टी भी युवाओं को ‘Try Congress’ (कांग्रेस को आजमाओ) के नारे से साथ लेकर चलना चाहती है.’

गुजरात के लिए कांग्रेस के सेक्रेटरी इंचार्ज राजीव साटव का कहना है, 'बिल्कुल युवाओं को पार्टी से इस बार ज्यादा से ज्यादा टिकट मिलेंगे, यह पक्का है. हमारे चुनाव अभियान में युवाओं को अधिक नुमाइंदगी मिलेगी. पूरी गंभीरता से उन्हें महत्व मिलेगा. व्यवस्था के संचालन में ज़्यादा भागीदारी मिलेगी.' साटव ने ये भी कहा कि कांग्रेस गुजरात के लिए चुनाव घोषणा पत्र में खाली जीडीपी ही नहीं बल्कि हैप्पीनेस इंडेक्स को भी जोड़ने जा रही है.

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कांग्रेस के गुजरात प्रदेश अध्यक्ष भरत सिंह सोलंकी का कहना है, 'गुजरात की जो युवा शक्ति है वह गुजरात और इसके लोगों की बेहतरी के लिए काम करना चाहती है. अब चाहे वो बेरोजगारी दूर करना हो, बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराना हो या बेहतर चिकित्सा, भ्रष्टाचार से लड़ाई हो या कानून व्यवस्था को दुरुस्त करना, युवा शक्ति आंदोलन के जरिए समाधान निकालना चाह रही थी. लेकिन बीजेपी ने तो उनकी सुनी नहीं इसलिए युवा अब कांग्रेस की तरफ ही उम्मीद के साथ देख रहे हैं.

कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि पार्टी युवाशक्ति के साथ साथ टिकट वितरण में महिलाओं को पर्याप्त भागीदारी देने के लिए भी पूरा ध्यान रखेगी.

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