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हार्दिक पटेल और कांग्रेस के बीच में क्या हुई है डील... जानिए अंदर की बात

हर किसी के लिए सवाल यही है कि आखिरकार हार्दिक पटेल अपने ही पाटीदार आरक्षण आंदोलन समिति के दो संयोजकों को टिकट दिए जाने के बाद क्यों उनके टिकट को कटवा कर, कांग्रेस के पाटीदार वरिष्ठ नेता के साथ-साथ अन्य जाति के लोगों को टिकट दिलवाने के लिए काम कर रहे हैं.

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हार्दिक पटेल-राहुल गांधी
हार्दिक पटेल-राहुल गांधी

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पाटीदार नेता हार्दिक पटेल और कांग्रेस के बीच पिछले कुछ दिनों से तारीख पर तारीख का खेल देखने को मिल रहा है. समर्थन को लेकर कांग्रेस जहां ये कहती दिख रही है कि पाटीदार नेता उनके साथ है वहीं हार्दिक पटेल कांग्रेस को अपने समर्थन को लेकर बार-बार तारीख पर तारीख की राजनीति कर रहे हैं.

दरअसल, हर किसी के लिए सवाल यही है कि आखिरकार हार्दिक पटेल अपने ही पाटीदार आरक्षण आंदोलन समिति के दो संयोजकों को टिकट दिए जाने के बाद क्यों उनके टिकट को कटवा कर, कांग्रेस के पाटीदार वरिष्ठ नेता के साथ-साथ अन्य जाति के लोगों को टिकट दिलवाने के लिए काम कर रहे हैं.

हार्दिक पटेल के साथ रहने वाले लोग और सूत्रों की मानें तो हार्दिक और कांग्रेस के बीच जो डील हुई है उसमें हार्दिक ने कई ऐसे लोगों के नाम दिए हैं जो सालों से कांग्रेस के साथ जुड़े हुए हैं ओर पाटीदार भी हैं, इसमें कुछ लोग दूसरी जाति के भी हैं. हार्दिक ने कांग्रेस को विश्र्वास दिलाया है कि अगर इन कांग्रेसी पाटीदारों को कांग्रेस टिकट देती है तो उसे जिताने की जिम्मेदारी पाटीदार समाज खुद उठाएगा.

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इसी रणनीति के तहत सोमवार को जब हार्दिक पटेल के पाटीदार आरक्षण आंदोलन के साथी और संयोजक रहे अमित ठुमर और प्रफुल तोगड़िया को कांग्रेस से मिली हुई टिकट से हटाकर यहां सालों से कांग्रेस में जुड़े पाटीदार नेता और जूनागढ़ में जीते ब्राह्मण नेता को टिकट दिया गया.

सूत्रों की मानें तो हार्दिक पटेल और उनके साथियों के जरिए ये जंग पिछले 22 साल से गुजरात में राज करने वाली बीजेपी को हराने की है. इसलिए हार्दिक पटेल और उनके समर्थक कांग्रेस से जीते और गैर विवादित लोगों को ही टिकट देने की मांग कर रहे हैं. बीजेपी जिस तरह से ये आरोप लगा रही थी कि हार्दिक पटेल अपने साथियों के लिए टिकट को लेकर कांग्रेस के साथ डील कर रहे हैं और कांग्रेस का एजेंट बने हुए हैं.

इस पर टिकट के बंटवारे से साफ हुआ है कि हार्दिक पटेल के साथ पाटीदार आरक्षण आंदोलन में काम करने वाले संयोजकों में से सिर्फ एक ही संयोजक ललित वसोया को ही पहले चरण के लिए टिकट मिला है, जबकि हार्दिक समर्थक 11 से 12 उम्मीदवार ऐसे हैं जो सालों से कांग्रेस के साथ जुड़े हुए हैं और उन्हें इस बार कांग्रेस का टिकट मिला है.

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