गुजरात विधानसभा चुनाव की जंग को फतह करने के लिए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी आज महात्मा गांधी के गृह क्षेत्र पोरबंदर से अपने दौरे की शुरुआत की. इसके बाद वह अहमदाबाद पहुंचे और दलित शक्ति केंद्र के दलित छात्रों से विशाल तिरंगा स्वीकार किया. इस तिरंगे की लंबाई 125 फुट और चौड़ाई 83 फुट है. इस दौरान कांग्रेस उपाध्यक्ष ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा. इस दौरान राहुल ने विवादास्पद बयान दिया कि रोहित वेमुला ने आत्महत्या नहीं की थी. हिन्दुस्तान की सरकार ने उसकी हत्या की थी.
उन्होंने कहा कि जब तक गुजरात चुनाव खत्म नहीं हो जाते हैं, तब संसद नहीं चलेगी. इसकी वजह यह है कि पीएम मोदी जय शाह, राफेद और डोकलाम मसले पर जवाब देना नहीं चाहते हैं. उन्होंने कहा, ''संसद सत्र शुरू किया जाए. मैं संसद में जय शाह, डोकलाम और राफेल पर सवाल भी पूछना चाहता हूं.'' अहमदाबाद के साणंद में दलितों के कार्यक्रम में राहुल ने कहा कि आपने मेहनत से यह झंडा बनाया. पीएम और सीएम की सोच में तिरंगे के लिए जगह नहीं. उनके पास सिर्फ 5-10 उद्योगपतियों के लिए जगह है.
रोहित वेमुला की सरकार ने की हत्या
राहुल गांधी ने कहा, ''मेरे दिल में तिरंगे के लिए जगह है.'' इस दौरान उन्होंने रोहित वेमुला का भी जिक्र किया. दलित मसले को लेकर सरकार पर निशाना साधते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा, ''कैसे हिम्मत की रोहित वेमुला ने कि शिक्षा के लिए कॉलेज चला गया? चिट्ठी आती है मिनिस्टर के यहां से और उसको कुचल देते हैं. रोहित वेमुला ने आत्महत्या नहीं की थी, उसकी हत्या हिंदुस्तान की सरकार ने की थी.''
रूपानी ने झंडा लेने से कर दिया था इनकार
गुजरात कांग्रेस प्रवक्ता मनीष दोशी ने बताया कि अब तक बना यह सबसे बड़ा राष्ट्रीय ध्वज है. इसे गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपानी को पेश किया जाना था, लेकिन उन्होंने इसे उस वक्त स्वीकार करने से इनकार कर दिया, जब दलित अगस्त में गांधीनगर गए थे. जब राहुलजी को इस बारे में पता चला तो उन्होंने पूरे सम्मान के साथ ध्वज को स्वीकार करने की इच्छा जताई.
90 फीसदी कॉलेज और यूनिवर्सिटी को किया प्राइवेट
राहुल गांधी ने कहा कि 90 प्रतिशत यूनिवर्सिटी और कॉलेज प्राइवेट कर दिए गए. गुजरात में बहुत कॉलेज बन सकते हैं. मगर उनके पास जगह नहीं है. मोदी ने जो 22 साल तक गुजरात में किया, वो अब हिंदुस्तान में कर रहे हैं. उन्होंने सवाल किया कि उना और रोहित वेमुला कांड के सिवाय आखिर रूपाणी ने 22 साल में दलितों के लिए क्या किया?
इससे पहले राहुल गांधी ने पोरबंदर के क्रीति मंदिर पर पहुंचे. पोरबंदर में माछीमार अधिकार सभा के लोगों ने राहुल का स्वागत किया. इसके बाद माछीमार अधिकार सभा के भरत भाई मोदी ने मछुआरों की समस्या से राहुल गांधी को अवगत कराया.
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने गुजरात के पोरबंदर में मछुआरों को जय राम जी करके अपना संबोधन शुरु किया. राहुल ने कहा कि पिछले तीन चार साल में टाटा नयनों दिखाई दी. टाटा नयनों को बनाने के लिए नरेंद्र मोदी ने 33 हजार करोड़ रुपये दिए. यूपीए सरकार ने जितना पैसा मनरेगा के लिए दिया. उतना पैसा मोदी ने टाटा को नयनों को बनाने के लिए दे दिया है.
राहुल ने कहा कि गुजरात के दो बेटे महात्मा गांधी और सरदार पटेल ने अंग्रजों को देश से बाहर भगा दिया है. आप लोग बीजेपी को गुजरात की सत्ता से बाहर करो. राहुल ने कहा कि गुजरात में कांग्रेस की सरकार आने वाली है. कांग्रेस की सरकार बनेगी, जो विधानसभा और मुख्यमंत्री के दरवाजे आप लोगों के लिए खुलेंगे. बीजेपी ने 22 साल से गरीबों और आम लोगों के लिए दरवाजे बंद कर दिए हैं. कांग्रेस इस दरवाजे को खोलेगी और जनता के मन की बात सुनेगी.
राहुल ने कहा कि मोदी की तरह मन बात नहीं थोपेगी.
राहुल ने कहा कि पिछले 22 साल में सारा काम पांच सात उद्योगपतियों के हित में मोदी में काम आए हैं. मछुआरों के हित में कांग्रेस ने काम किया है. मछुआरों का संगठन कांग्रेस ने बनाया है. इसके पीछे मकशद है. जो काम किसान करता है वही काम मछुआरा करता है.
राहुल ने कहा कि मोदी के दस बीस उद्योगपति प्रदुषण फैला रहे हैं. इसके चलते मछुआरों को दूर तक मछली पकड़ने जाना पड़ता है.
राहुल ने कहा कि मोदी उद्योगपतियों को 33 हजार करोड़ रुपये दे रहे हैं, लेकिन किसानों को 300 करोड़ नहीं दिए हैं.मोदी ने नोटबंदी की आप लोग परेशान हुए लाइन में लगे, लेकिन सूट बूट वालों को लाइन में लगे हुए देखा.
राहुल गांधी मछुआरों के बीच पहुंचे. माछीमार अधिकार सभा के लोगों ने अपनी समस्याओं को राहुल गांधी के सामने रखा. फिसिंग के लिए अलग से मंत्रालय बनाने की मांग की. मछुआरों की अलग पहचान होनी चाहिए. फिसिंग के लिए नीति बनाई जाए.
क्या एक जादूगर कम है?
शाम 7:30 बजे शाम को राहुल ने अहमदबाद के नरोदा इलाके में जनसभा को संबोधित किया. यहां राहुल गांधी ने फिर से मोदी सरकार को निशाने पर लिया. यहां राहुल ने कहा कि पहली बार इस प्रदेश में देखा है जब सभी समाज के लोग आंदोलन कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि अख़बार में पढ़ा है कि भाजपा प्रचार में जादूगर का प्रयोग कर रहे है. उन्होंने सवाल किया कि क्या एक जादूगर कम नहीं है? राहुल ने कहा कि पिछले साल 8 नवंबर को एक जादूगर ने 500 और 1000 का नोट ग़ायब करने का जादू किया. उसके बाद गब्बर सिंह टैक्स का जादू हुआ. राफेल डील को जादू से बदल दी जाती है. डिफ़ेन्स मिनिस्टर फ़िश मार्केट में थे और जादू से डील बदल दी गयी.