गुजरात विधानसभा चुनाव 2017 में बस कुछ ही दिन शेष हैं. ऐसे में जहां एक ओर कांग्रेस इस बार अपनी जीत का दावा कर रही है, वहीं बीजेपी का कहना है कि किसी भी हाल में जीत उनकी ही होगी. इसी कड़ी में पीएमओ में राज्य मंत्री डॉ जितेन्द्र सिंह ने दावा किया है कि गुजरात विधानसभा चुनाव में कांग्रेस चाहे जितना जोर लगा ले, उसका कोई लाभ नहीं होने वाला. राहुल गांधी और हार्दिक पटेल 'क्लब' भी कांग्रेस को जीत नहीं दिला पाएगा.
जितेन्द्र सिंह ने कहा कि गुजरात विधानसभा चुनाव करीब है और जैसे-जैसे इसके दिन नजदीक आ रहे हैं बीजेपी की स्थिति और मजबूत होती जा रही है. आप देखेंगे कि 18 तारीख को किस तरीके से भारी बहुमत के साथ बीजेपी वहां पर जीतेगी.
राहुल की कोशिशों से बीजेपी को लाभ
उन्होंने दावा किया कि राहुल गांधी गुजरात में जितना प्रयास करते हैं, उतनी ही तेजी से बीजेपी वहां पर आगे बढ़ती है. प्रजातंत्र की दृष्टि से यह भी बेहतर है कि राहुल गांधी ने अपने आप को चुनाव के मैदान में उतारा है और यह लोगों के लिए अच्छा है कि वह राहुल गांधी को परख सकेंगे कि वह कितने विजन वाले हैं और कितना बेहतर काम कर सकते हैं.
हार्दिक से समझौते का कोई असर नहीं
जितेन्द्र सिंह ने दावा किया कि बीजेपी पर कांग्रेस और हार्दिक पटेल के समझौतों का कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा. क्योंकि हार्दिक पटेल और कांग्रेस का गुब्बारा वहां पर फूट चुका है. मैंने पहले भी कहा था कि एक हारा हुआ खिलाड़ी दूसरे हारे हुए खिलाड़ी के साथ मिलकर किस तरीके से गुजरात की आम जनता को समझा पाएंगे. दोनों एक दूसरे का दामन पकड़ कर एक दूसरे को बचाने की कोशिश में जुटे हुए हैं. लेकिन उनको यह पता नहीं है कि दोनों एक दूसरे को ही ले डूबेंगे. 2017 का जो गुजरात है, वह युवाओं का गुजरात है. 70% यहां पर युवा हैं और वो मेजोरिटी वोटर्स हैं. आप यह देखेंगे कि यह सारे युवा पीएम मोदी के साथ जुटेंगे.
राहुल के पास नहीं ठोस रणनीति
सिंह ने कहा कि युवा आज प्रश्न पूछता है कि राहुल गांधी और हार्दिक पटेल मिलकर किस तरीके से गुजरात को आगे बढ़ाएंगे. क्योंकि इनके पास न तो आरक्षण को लेकर कोई ठोस नीति है और ना ही उस पर काम करने या पहल करने की कोई जानकारी. कांग्रेस कहती हैं कि पहले बीजेपी को हराते हैं और फिर देखते हैं कि आखिर युवाओं के लिए किस तरीके से काम करना है. पर गुजरात का युवा इस तरफ से बहलाया नहीं जा सकता है.
जितेंद्र सिंह ने यह भी कहा कि जैसे ही कांग्रेस की तरफ से प्रधानमंत्री को चाय वाले पर टिप्पणी को लेकर बातचीत की गई, हमें उससे लग गया कि जितना कांग्रेस पार्टी इस तरीके की बातचीत करेगी, यह हमारे लिए उपकार होगा. हमारे लिए गुजरात का चुनाव और आसान हो जाएगा.
उन्होंने कहा कि जहां तक जीएसटी की बात है, जीएसटी को लेकर गुजरात के व्यापारियों को समझाया गया है और जीएसटी को लेकर अब कोई विरोध गुजरात के व्यापारियों में नहीं है. शुरुआत में गुजरात के व्यापारियों में कुछ आशंकाएं थीं, कुछ गलतफहमियां थीं, जिसे कांग्रेस पार्टी भुनाने में जुटी थी. पर अब गुजरात के व्यापारी बीजेपी के साथ हैं.