गुजरात विधानसभा चुनावों के मद्देनजर हुई कांग्रेस-पाटीदार डील का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए बीजेपी ने भी अपनी तैयारी कर ली है. बीजेपी अब गुजरात में प्रचार को बड़े पैमाने पर ले जाने का फैसला कर चुकी है. इसके साथ ही बीजेपी एक बार फिर 'मोदी मैजिक' का सहारा लेती नजर आने वाली है.
उम्मीद है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपने गृह राज्य के विधानसभा चुनावों में कई जनसभाएं करने वाले हैं. सूत्रों के मुताबिक प्रधानमंत्री गुजरात में पांच दिन प्रचार करेंगे जिसमें वे कुल 17 रैलियों को संबोधित करेंगे. यही नहीं इसके अलावा 20 केन्द्रीय मंत्री भी गुजरात के चुनावी अभियान में उतरने वाले हैं. उम्मीद की जा रही है कि सोमवार से बीजेपी अपना ताबड़तोड़ रैलियां शुरू कर सकती है.
गौरतलब है कि सोमवार 27 नवंबर को विधानसभा चुनावों के दूसरे चरण के लिए नामांकन करने का आखिरी दिन है. इसी दिन बीजेपी गुजरात में अपना मेगा अभियान भी शुरू करने की तैयारी में है. मोदी सरकार के कई मंत्री गुजरात में ताबड़तोड़ रैलियां करेंगे और सरकार की नीतियों का बखान करते नजर आएंगे.
उम्मीद की जा रही है कि प्रधानमंत्री मोदी खुद इस अभियान का नेतृत्व कर सकते हैं. इस बात के भी कयास लगाए जा रहे हैं कि मोदी अपनी पहली चुनावी रैली किसी पाटीदार बेल्ट से कर सकते हैं. ताकि जनता और विपक्ष में यह संदेश मजबूती के साथ जा सके कि बीजेपी कांग्रेस-हार्दिक डील से परेशान नहीं है.
आपको बता दें कि गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने अपना नामांकन दाखिल करते वक्त इस बात के संकेत दिए थे कि पीएम मोदी गुजरात चुनावों में बीजेपी का प्रचार करेंगे. उन्होंने कहा था, "प्रधानमंत्री सिक्सर लगाने आएंगे, पूरा भगवा माहौल पैदा हो जाएगा, सिक्सर इसलिए कहा क्योंकि 6 बार कांग्रेस चुनाव हार चुकी है."