गुजरात विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए चुनाव प्रचार थम गया है. नौ दिसंबर को गुजरात की 89 विधानसभा सीट के लिए मतदान होने जा रहे हैं. आज शुक्रवार शाम अहमदाबाद के निकोल में पीएम मोदी ने एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए विवाद पैदा कर दिया है.
उन्होंने जनता से 9 और 14 दिसंबर को बीजेपी के पक्ष में मतदान करने की अपील की, जिसके बाद से विवाद पैदा हो गया. दरअसल, गुजरात विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए प्रचार खत्म हो चुका है. अब 9 दिसंबर को पहले चरण के लिए 89 सीटों के लिए मतदान होना है. इसके बावजूद पीएम मोदी ने जनता से बीजेपी के लिए वोट मांगा. इसे चुनावी आचार संहिता का उल्लंघन माना जा सकता है.
आचार संहिता के मुताबिक मतदान से 48 घंटे पहले चुनाव प्रचार पूरी तरह से प्रतिबंधित हो जाता है. इसके बाद किसी भी दल और नेता को चुनाव प्रचार की इजाजत नहीं होती है. गुजरात में पहले चरण के लिए चुनाव प्रचार गुरुवार शाम पांच बजे खत्म हो चुके हैं. हालांकि दूसरे चरण के लिए चुनाव प्रचार जारी हैं. मोदी ने दूसरे चरण के लिए चुनाव प्रचार के दौरान जनता को संबोधित करते हुए कहा कि आप लोग 9 और 14 दिसंबर को कमल के बटन को दबाकर बीजेपी को जिताइए.
इस दौरान पीएम मोदी ने मणिशंकर अय्यर के नीच वाले बयान को लेकर कांग्रेस पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि मनमोहन सरकार में मंत्री रहे कांग्रेस के दिग्गज मंत्री ने मुझे नीच कहा है. उन्होंने जनता से कहा कि आप ही बताइए कि क्या मैं गुजरात में पैदा हुआ, इसलिए नीच हूं? क्या मैं गरीब परिवार में जन्मा, इसलिए नीच हूं? उन्होंने कहा कि यह पहली बार नहीं है. इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मुझे मौत का सौदागर कहा था.
इस दौराम मोदी ने कहा, ''कांग्रेस के नेता जयराम रमेश ने मेरी तुलना भस्मासुर से की. कांग्रेस नेता बेनी प्रसाद वर्मा ने मुझे पागल कुत्ता कहा. वर्मा ने यह भी कहा कि हम इस पागल कुत्ता को चुनाव नहीं जीतने देंगे. इसके अलावा कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने मुझे गंगू तेली कहा.'' पीएम ने कहा, ''कांग्रेस नेताओं ने मेरे खिलाफ ऐसी अभद्र भाषा का इस्तेमाल सार्वजनिक रूप से किया है.''
प्रधानमंत्री ने कहा, 'कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने मेरी सरकार को राक्षस राज और मुझे रावण तक कहा. यूपी कांग्रेस के प्रमुख प्रमोद तिवारी ने कहा कि मोदी हिटलर, मुसोलिनी और गद्दाफी की सूची में शामिल है.'' उन्होंने कहा, ''दिन रात कांग्रेस ने मुझको गाली दी, लेकिन मैं शांति रहा. इसकी वजह यह है कि मेरी प्राथमिकता काम करना है.''