गुजरात विधानसभा चुनाव में दूसरे चरण की वोटिंग से पहले पाटीदार नेता हार्दिक पटेल की कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के जीजा रॉबर्ट वाड्रा से मुलाकात की बात सामने आई थी. हार्दिक ने इस पर जवाब दिया है. उन्होंने कहा कि आज वे कह रहे हैं कि मैं रॉबर्ट वाड्रा से मिला, जो कि गलत आरोप है. कल को ये कहेंगे कि मैं नवाज शरीफ से मिला हूं, फिर कहेंगे दाऊद इब्राहिम से मिला हूं.
हार्दिक ने कहा, अभी आरोप क्यों लगा, अभी तक कहां गए थे. अच्छी बात है आरोप लगा कर जा रहे हैं. वो सिर्फ आरोप ही लगाएंगे या कुछ काम भी करेंगे. हार्दिक ने दिनेश बामनिया पर कटाक्ष करते हुए कहा, लोगों के छोड़ने से क्या नुक़सान होगा ये तो 18 तारीख़ को पता चलेगा. पहले तीस हज़ार लोग आते थे, अब पचास हज़ार लोग आते हैं. हमें फ़ायदा हुआ है.
पार्टी में कई लोग छोड़कर चले जाते हैं. ये तो आंदोलन है अगर उनको अच्छा नहीं लगता तो छोड़कर चले जाते हैं. ये उनसे पूछना चाहिए कि वो क्यों छोड़कर जा रहे हैं.
सीडी आने से मुझे नुक़सान नहीं हुआ तो टीम को कैसे नुक़सान होगा. अगर किसी घर पर बच्चा पैदा होता है तो उसके मां बाप को ग़लत नज़रिए से देखें. 23 साल की उम्र में गर्ल फ्रेंड रखना ग़लत हैं क्या? अगर कोई गया तो मीडिया वाले पीछे-पीछे आएंगे.
मैंने पहले भी कहा है कि मैं सीडी में नहीं हूं. अगर मैं सीडी में हूं तो आप लोग ये क्यों लिखते हैं कि, 'सीडी में हार्दिक हैं हम इसकी पुष्टि नहीं करते.' क्या सीडी में सेक्स करते हुए दिखाई देता है. एक भी वीडियो ऐसा नहीं है. इन सब से आंदोलन को कोई फर्क नहीं पड़ता है.
Now they are alleging I met Robert Vadra. All false.Tomorrow they can even claim I met Nawaz Sharif, then they will say I met Dawood Ibrahim: Hardik Patel #GujaratElection2017 pic.twitter.com/mbbW5uKhFX
— ANI (@ANI) December 13, 2017
आपको बता दें कि प्रचार के आखिरी दिन हार्दिक के असंतुष्ट साथी दिनेश बमभानिया ने दावा किया कि पाटीदार आरक्षण आंदोलन के इस नेता ने कांग्रेस के नवनिर्वाचित अध्यक्ष राहुल गांधी के बहनोई रॉबर्ट वाड्रा से मुलाकात की थी. बमभानिया ने हार्दिक पर अक्टूबर में फाइव स्टार होटल में राहुल गांधी के साथ अपनी ‘गोपनीय बैठक’ के बारे में पाटीदार अनामत आंदोलन समिति (PAAS) के कोर सदस्यों को गुमराह करने का भी आरोप लगाया.
इस समिति ने ही आरक्षण आंदोलन का संचालन किया था. उन्होंने कहा कि हार्दिक को यह स्पष्ट करना चाहिए कि राहुल गांधी और वाड्रा के साथ इन मुलाकातों के दौरान क्या बातचीत हुई. बमभानिया ने कहा था कि PAAS के सदस्यों द्वारा कई बार पूछे जाने के बाद भी हार्दिक ने कभी नहीं खुलासा किया कि राहुल गांधी के साथ उस बैठक में क्या बातचीत हुई. हार्दिक दिल्ली में रॉबर्ट वाड्रा से भी मिले. तब भी कोई स्पष्टीकरण नहीं आया. क्या वाड्रा के साथ कोई सौदा हुआ?’
हालांकि, कांग्रेस और हार्दिक ने इस बात से इनकार किया था कि अक्टूबर में एयरपोर्ट के पास किसी होटल में राहुल के साथ हार्दिक की मुलाकात हुई थी. पहले चरण के चुनाव से एक दिन पहले आठ दिसंबर को बमभानिया ने आरोप लगाया था कि कांग्रेस की गुजरात इकाई ने स्पष्ट नहीं किया कि वह पाटीदारों को कैसे आरक्षण देगी, ऐसे में हार्दिक ‘किसी सौदे’ के चलते पार्टी के पक्ष में हैं.