गुजरात में चुनाव से पहले बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों का सोशल मीडिया कैंपेन तेजी से जारी है. गुजरात कांग्रेस ने सोशल मीडिया पर 'गुजरात को डराना नहीं' नाम से अब एक नया कैंपेन शुरू किया है.
दरअसल, पिछले दिनों में बीजेपी का ऐसा कैंपेन सोशल मीडिया पर सामने आया जिसमें बीजेपी ने 22 साल पहले के गुजरात में दंगों और फसाद का ज़िक्र करते हुए लोगों को 22 साल पहले का डर याद दिलाया. जिसके जवाब में कांग्रेस ने अपना ये नया सोशल मीडिया कैंपेन लॉन्च किया.
दिलचस्प बात यह है कि इस बार सोशल मीडिया पर कैंपेन के मामले में कांग्रेस बीजेपी से बिल्कुल पीछे नहीं है. जबकि इसके पहले के चुनावों में सोशल मीडिया पर प्रचार में बीजेपी हावी रही है. कांग्रेस के नए कैंपेन में लिखा है कि पाटीदार और दलित पर अत्याचार कर, कर्फ्यू की बातें कर गुजरात को डराना नहीं.
कैंपेन में लिखा है कि 30 लाख से भी ज़्यादा बेरोज़गार युवाओं को रोज़गारी के नाम पर गुजरात को डराना नहीं. 35 रुपये के पेट्रोल को 80 करने वाले अब गुजरात को डराना नहीं. गुजरात को 16 हज़ार करोड़ से 2 लाख करोड़ के कर्ज में डुबाने वाले अब गुजरात को डराना नहीं.
इससे पहले नवंबर में ही गुजरात बीजेपी के सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो-मैं विकास हूं मैं गुजरात हूं के जवाब में कांग्रेस ने सोशल मीडिया पर अपना नया कैंपेन-'मैं हूं पक्का गुजराती' जारी किया था. गौरतलब है कि इसके पहले कांग्रेस के सोशल मीडिया पर अभियान 'विकास गांडो थायो छे' यानी विकास पागल हो गया ने सत्ता पक्ष बीजेपी की नींद उड़ा दी थी.