scorecardresearch
 

दो बार चुनाव जीते विधायकों को बीजेपी नहीं देगी टिकट! कांग्रेस देगी वफादारों को इनाम

बीजेपी और कांग्रेस अपने उम्मीदवारों की लिस्ट को फाइनल करने में लगी हैं. कांग्रेस ने जहां अपने 43 ईमानदार विधायकों को टिकट देने का वादा, राज्यसभा चुनाव में वफादारी के तौर पर किया था, वहीं  बीजेपी अपने उम्मीदवारों को लेकर इस बार काफी असमंजस में फंसी हुई है.

Advertisement
X
प्रतीकात्मक तस्वीर
प्रतीकात्मक तस्वीर

Advertisement

गुजरात के चुनावी जंग में इन दिनों बीजेपी और कांग्रेस अपने उम्मीदवारों की लिस्ट को फाइनल करने में लगी हैं. कांग्रेस ने जहां अपने 43 ईमानदार विधायकों को टिकट देने का वादा, राज्यसभा चुनाव में वफादारी के तौर पर किया था, वहीं  बीजेपी अपने उम्मीदवारों को लेकर इस बार काफी असमंजस में फंसी हुई है. एक ओर जहां पिछले 20 साल का एंटी इन्कमबैंसी फैक्टर है, तो वहीं दूसरी ओर पाटीदार, ठाकोर ओर दलित आंदोलन.

पाटीदारों को ज्यादा टिकट देंगी दोनों पार्ट‍ियां

गौरतलब है कि पिछले दो दिनों से मुख्यमंत्री आवास पर बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के नेतृत्व में मिल रही गुजरात प्रदेश संसदीय बोर्ड की मीटिंग में उम्मीदवारों के नाम पर चर्चा चल रही है. सूत्रों कि मानें तो बीजेपी अपने दो बार चुनाव लड़ चुके विधायक को इस बार टिकट से इनकार कर सकती है. ये भी बात कही जा रही है कि ज्यादा से ज्यादा युवा ओर नये चहेरों को बीजेपी टिकट दे सकती है. हालांकि पाटीदार फैक्टर को देखते हुए बीजेपी भी इस बार ज्यादा पाटीदारों को टिकट दे सकती है. वैसे बीजेपी कैंडिडेट्स के नाम की घोषणा 16 तारीख को दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की हाजिरी में होने वाली संसदीय बोर्ड की मीटिंग के बाद होगी.

Advertisement

अल्पेश ठाकोर को भी मिलेगा कांग्रेस का टिकट

कांग्रेस भी अपने वफादार 43 विधायकों के साथ करीबन 45 से 50 पाटीदारों को टिकट देगी, ताकि चुनाव में पाटीदारों की नाराजगी का सीधा फायदा उन्हें मिले. वहीं, हाल ही में कांग्रेस से जुड़े अल्पेश ठाकोर को भी कांग्रस टिकट देगी. वही कांग्रेस भी पहली 70 लोगों की लिस्ट 16 तारीख को ही घोषित करेगी. कांग्रेस की लिस्ट में ये देखना काफी दिलचस्प होगा हार्दिक पटेल के साथ जुड़े कितने पाटीदारों को कांग्रेस टिकट देती है. सुनने में आया है कि हार्दिक पटेल ने 30 से 35 सीट की मांग कांग्रेस के पास रखी है.

गुजरात चुनाव पर सिर्फ देश की ही नहीं दुनिया की नजरें टिकी हैं. बीजेपी, खास तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए ये चुनाव साख का सवाल है, वहीं कांग्रेस भी 22 साल बाद गुजरात की सत्ता में वापसी की उम्मीद लिए अपने तरकश का हर तीर आजमाना चाहती है. गुजरात में 9 और 14 दिसंबर को वोट डाले जाएंगे. गुजरात के नतीजे हिमाचल के साथ ही 18 दिसंबर को आएंगे. भारतीय जनता पार्टी ने विजय रूपाणी और उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल के नेतृत्व में चुनाव लड़ने का ऐलान किया है. हालांकि, पाटीदार आंदोलनों के कारण भारतीय जनता पार्टी बैकफुट पर है.

Advertisement
Advertisement