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गुजरात चुनाव में अब कांग्रेस की दिग्गज महिला नेताओं ने संभाली कमान

सूरत से 'महिला संवाद' नाम के कैंपेन की शुरुआत की गई जिसमें महिला कांग्रेस की अध्यक्ष सुष्मिता देव , सांसद कुमारी शैलजा और कांग्रेस कम्युनिकेशन डिपार्टमेंट की कन्वीनर प्रियंका चतुर्वेदी ने हिस्सा लिया.

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कांग्रेस की महिला नेता चुनाव प्रचार में उतरीं
कांग्रेस की महिला नेता चुनाव प्रचार में उतरीं

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गुजरात के तूफानी चुनाव प्रचार-प्रसार में अब कांग्रेस के दिग्गज महिला नेताओं ने भी कमान संभाल ली है. सूरत से 'महिला संवाद' नाम के कैंपेन की शुरुआत की गई जिसमें महिला कांग्रेस की अध्यक्ष सुष्मिता देव , सांसद कुमारी शैलजा और कांग्रेस कम्युनिकेशन डिपार्टमेंट की कन्वीनर प्रियंका चतुर्वेदी ने हिस्सा लिया.

दरअसल गुजरात में 47.80 % महिला वोटर हैं और यह महिलाएं चुनाव की दशा और दिशा बदलने में काफी सक्षम हैं, इसी के चलते कांग्रेस अब युवाओं के बाद महिलाओं को यह बताने में जुट गई है कि आखिर कांग्रेस ही क्यों?

महिला कांग्रेस की अध्यक्ष सुष्मिता देव  ने आजतक से कहा, 'गुजराती अस्मिता, गुजराती महिलाएं हैं और आज हम उनसे मिलकर उनके मन की बात जानना चाहते हैं. गुजरात में श्वेत क्रांति की जनक भी महिलाएं ही हैं. इंडस्ट्री में भी वे खास रोल प्ले करती हैं, लेकिन पिछले 22 सालों में उन्हें वह मुकाम नहीं मिला जिसकी वह हकदार थीं.  हम उनसे मिलकर उन्हें बताना चाहते हैं कि कांग्रेस सरकार बनाने के बाद गुजरात में उनके लिए क्या करेगी, जो बीजेपी इन 22 सालों में उनके लिए नहीं कर पाई है.'

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महिला संवाद का कार्यक्रम सूरत के बाद वडोदरा, अहमदाबाद और राजकोट में आयोजित किया जा रहा है, जिसके जरिए दिग्गज नेता और दिग्गज महिला नेता गुजरात की महिलाओं से रूबरू होंगी.   

कांग्रेस की वरिष्ठ नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा, 'महिलाओं की अपनी परेशानियां हैं. हम उनसे बातचीत करके जानने की कोशिश कर रहे हैं कि आखिर वह क्या चाहती हैं और कांग्रेस उनके लिए क्या करना चाहते हैं.'  

 गुजरात चुनाव पर सिर्फ देश की ही नहीं दुनिया की नजरें टिकी हैं. बीजेपी, खास तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए ये चुनाव साख का सवाल है, वहीं कांग्रेस भी 22 साल बाद गुजरात की सत्ता में वापसी की उम्मीद लिए अपने तरकश का हर तीर आजमाना चाहती है.

गुजरात में 9 और 14 दिसंबर को वोट डाले जाएंगे. गुजरात के नतीजे हिमाचल के साथ ही 18 दिसंबर को आएंगे. भारतीय जनता पार्टी ने विजय रूपाणी और उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल के नेतृत्व में चुनाव लड़ने का ऐलान किया है. हालांकि, पाटीदार आंदोलनों के कारण भारतीय जनता पार्टी बैकफुट पर है.

गुजरात में पिछले 22 साल से कांग्रेस सत्ता से बाहर और बीजेपी का राज है. 2012 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने प्रचंड बहुमत के साथ जीत हासिल की थी. राज्य की 182 सीटों में से बीजेपी ने 115, कांग्रेस 61 और अन्य को 4 सीटें मिली थी. अगस्त में हुए राज्यसभा चुनाव में कई कांग्रेसी विधायकों ने बीजेपी का दामन थाम लिया है.  गुजरात में 50 हजार से अधिक मतदान केंद्रों पर मतदाता मतदान सत्यापन पर्ची (वीवीपीएटी) प्रणाली का प्रयोग होगा. इस प्रणाली का पहली बार इस्तेमाल इस साल गोवा चुनाव में किया गया था. पहली बार चुनाव आयोग गुजरात के सभी विधानसभा क्षेत्रों में सर्वमहिला मतदान केंद्र शुरू करेगा.

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