विसनगर सेशन कोर्ट ने पाटीदार नेता हार्दिक पटेल, लालजी पटेल और अन्य के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया है. यह वारंट साल 2015 में बीजेपी विधायक ऋषिकेश पटेल के कार्यालय में तोड़फोड़ करने के मामले में कोर्ट में पेश नहीं होने पर जारी किया गया है. इस मामले में हार्दिक लगातार दूसरी बार अदालत के समक्ष पेश नहीं हुए थे, जबकि लालजी पटेल और अन्य पहली बार अदालत में अनुपस्थित थे.
हार्दिक पटेल और लालजी पटेल पर साल 2015 में बीजेपी विधायक के कार्यालय में हमला करने में शामिल होने का आरोप है. विसनगर सत्र अदालत के न्यायाधीश वीपी अग्रवाल ने पाटीदार अनामत आंदोलन समिति के संयोजक हार्दिक पटेल, सरदार पटेल ग्रुप (एसपीजी) के संयोजक लालजी पटेल और पांच अन्य के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया. इन लोगों को पूर्व में मामले में जमानत मिल गयी थी.
बुधवार को आरक्षण आंदोलन के नेता ने अपने वकील राजेंद्र पटेल के जरिये व्यस्त कार्यक्रम का हवाला देते हुए व्यक्तिगत पेशी से छूट देने की मांग को लेकर याचिका दायर की थी, लेकिन अदालत ने उसे खारिज कर दिया. वहीं, गहलोत और भरत सोलंकी ने कहा कि हार्दिक पटेल के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी करना निंदनीय है. विसनगर की स्थानीय अदालत ने पाटीदार नेताओं के खिलाफ उस वक्त गिरफ्तारी वारंट जारी किया है, जब गुजरात विधानसभा चुनाव को लेकर घमासान जारी है.
बुधवार को चुनाव आयोग ने गुजरात चुनाव की तारीखों का भी ऐलान कर दिया है. गुजरात में पहले चरण में 89 विधानसभा सीटों के लिए नौ दिसंबर को वोट डाले जाएंगे, जबकि दूसरे चरण के तहत 93 विधानसभा सीटों के लिए 14 दिसंबर को मतदान होगा. गुजरात की 182 सीटों पर कुल 4.30 करोड़ वोटर हैं. चुनावों के लिए 50,128 पोलिंग स्टेशन बनाए गए हैं. गुजराती भाषा में भी वोटिंग गाइड दी जाएगी. चुनावों में VVPAT का इस्तेमाल होगा.
राजकोट ज़िल्ले के जसदन ब्लॉक में गाँव के किसानों से मिला
भाजपा कोंग्रेस को चुनाव के लिए हार्दिक शुभकामनाएँ
अब से दो महीने तक जनता राज pic.twitter.com/AHHB8h4ydd
— Hardik Patel (@HardikPatel_) October 25, 2017
इस बार गुजरात विधानसभा चुनाव में पाटीदार वोटर अहम भूमिका निभा सकते हैं. ऐसे में राजनीतिक दलों की निगाह पाटीदार युवा नेताओं पर लगी हुई है. वहीं, बुधवार को हार्दिक पटेल ने राजकोट जिले के जसदन ब्लॉक के गांव के किसानों से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने ट्वीट किया, 'भाजपा और कांग्रेस को चुनाव के लिए हार्दिक शुभकामनाएं. अब से दो महीने तक जनता राज.'
गुजरात में पटेल समुदाय करीब 20 फीसदी है, जो सत्ता बनाने और बिगाड़ने की ताकत रखता है. राज्य की 182 विधानसभा सीटों में से 70 सीटों पर पटेल समुदाय का प्रभाव है. पिछले दो दशक से राज्य का पटेल समुदाय बीजेपी का परंपरागत वोटर रहा है, जो फिलहाल नाराज माना जा रहा है. इसी का नतीजा रहा कि 2015 में हुए जिला पंचायत चुनाव में से सौराष्ट्र की 11 में से 8 पर कांग्रेस विजयी रही और बीजेपी को करारी हार का सामना करना पड़ा था.