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राहुल को अमित शाह का पलटवार- उनके लिए विकास मजाक, हमारे लिए मिजाज है

गुजरात के आगामी चुनाव प्रचार कार्यक्रम के बारे में अमित शाह ने आजतक से विस्तार से बातचीत की और कहा कि राहुल गांधी को गुजरात के विकास पर सवाल उठाने का कोई हक नहीं है.

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फाइल फोटो
फाइल फोटो

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अपने गढ़ गुजरात में BJP का सिंहासन बरकरार रखने के लिए पार्टी अध्यक्ष अमित शाह जोर-शोर से जुटे हैं. शाह चार नवंबर से लेकर 9 नवंबर के बीच पांच दिन के गुजरात दौरे पर हैं. इस दौरान वह 20 अलग-अलग जिलों के कार्यकर्ताओं के साथ मीटिंग कर उन्हें चुनावी पाठ सिखाएंगे.

वहीं कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी भी गुजरात चुनाव को लेकर जी-जान से जुटे हुए हैं और सत्ताधारी बीजेपी पर जमकर निशाना साध रहे हैं. राहुल द्वारा गुजरात में चुनाव प्रचार के दौरान विकास कार्यों को लेकर गुजरात सरकार लगाए जा रहे आरोपों पर अमित शाह ने पत्रकारों से कहा कि गुजरात का विकास कांग्रेस के लिए मजाक है, लेकिन हमारे लिए मिजाज है. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को गुजरात के विकास पर सवाल उठाने का कोई हक नहीं है.

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शाह ने कहा, 'जिस अमेठी में गांधी परिवार कि तीन पीढ़ियां सांसद रहीं, वहां के प्राथमिक आरोग्य केन्द्र और कलेक्टर ऑफिस का भूमि पूजन हमने इतने साल बाद किया है. पहले कांग्रेस साफ करे कि इतने साल उन्होंने यह सब क्यों नहीं किया. अमित शाह ने यह भी कहा कि विकास कि बात करना और विकास करने में काफी फर्क है.'

गुजरात के आगामी चुनाव प्रचार कार्यक्रम के बारे में अमित शाह ने आजतक से विस्तार से बातचीत की.

राहुल गांधी ने भ्रष्टाचार के अरोप लगाए हैं?

जिस कांग्रेस ने 10 साल के शासन में 12 लाख करोड़ के घोटाले किए, वो राहुलजी आज गुजरात में आकर भ्रष्टाचार के आरोप लगा रहे हैं. कौन सा भ्रष्टाचार? इस तरह के आरोपों से कुछ नहीं होता. 2जी स्पेक्ट्रम घोटाला किसने किया? इसरो का स्कैम किसने किया? आदर्श सोसायटी का घोटाला किसने किया? सीडब्लूजी स्कैम किसने किया? ढेर सारे घोटालों कि सूची है, पहले इसका जवाब देना चाहिए.

सवाल- कांग्रेस नोटबंदी के एक साल पूरे होने पर 8 नवंबर को सूरत के व्यापारियों के बीच ब्लैक डे मनाने जा रही है. आप क्या कहना चाहेंगे?

जवाब- वे चाहे वहां अपना जो भी दिन मना सकते हैं. भारतीय जनता पार्टी 8 नवम्बर को एंटी ब्लैक मनी डे के तौर पर मना रही है. मोदी सरकार ने काले धन पर रोकथाम के लिए जो कदम उठाए हैं, हम देशभर में जाकर उसे जनता के सामने रखने वाले हैं.

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सवाल- गुजरात चुनाव में विकास के मुद्दे पर चुनाव लड़ने की बात की जा रही है, लेकिन जातिवादी फैक्टर ज्यादा देखने मिल रहा है.

जवाब - जब जब कांग्रेस चुनाव लड़ी, तब तब जातिवादी चुनाव के आधार पर ही लड़ी है. जातिवाद को बढ़ाने का प्रयास किया है. जातिवाद के बढ़ाने के कड़वे फल माधवसिंह सोलंकी के वक्त से मिल रहा है. मुझे विश्वास है कि गुजरात कि जनता विकास के मुद्दे पर ही भरोसा रखेगी और विकास के मुद्दे पर ही आगे बढ़ेगी.

सवाल- राहुल गांधी ने जीएसटी हटाने की बात की है.

जवाब- राहुल गांधी ने ऐसा महाराष्ट्र में भी कहा था, झारखंड में भी कहा था, असम में भी कहा था, उत्तराखंड में भी कहा, उत्तर प्रदेश में भी कहा था, लेकिन कहीं पर भी उनकी सरकार नहीं आई.

सवाल- PM मोदी ने पिछले कुछ महिने में गुजरात के कच्छ इलाके के लिए 650 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उद्घाटन किया है. लेकिन उद्घाटन के 6 महिने भी इन प्रोजेक्ट्स पर काम शुरू नही हो सका है.

जवाब - कांग्रेस गुजरात वासियों के दिमाग में ऐसी छवि बनाना चाहती है कि विकास नहीं हुआ है. लेकिन नरेन्द्र भाई ने पिछले 12 साल में कई ऐसे काम किए हैं कच्छ के लिए, जिसके भुमि पूजन भी हुए ओर प्रोजेक्ट भी आए. BJP का रिकॉर्ड है कि जिसका भुमिपुजन किया है, उसका उद्घाटन भी हमने ही किया है. ये वो कांग्रेस है जिसमें जवाहरलाल नहेरू ने भुमि पुजन किया और उद्घाटन नरेन्द्र मोदी ने किया.

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सवाल- राहुल गांधी का कहना है कि जय शाह पर सरकार कार्यवाही नहीं कर रही है. तो क्या मोदी सरकार भी इस पर मिली हुई है?

जवाब- इस मुद्दे पर बहुत जवाब दिया है. जय खुद ही कोर्ट में गया है. कांग्रेस पर इतने आरोप लगे हैं, कभी कोई कोर्ट में गया है? जिसके पास जो भी सबूत हैं, उसे कोर्ट में पेश करना चाहिए, क्यों घबरा रहे हैं.

सवाल- इनकम टैक्स के नए कानून आ रहे हैं.

जवाब- अगर कहीं समस्या है तो संवेदना के साथ उसे सुनेंगे, उसे समझेंगे और उसे हल करने का प्रयास भी करेंगे.

सवाल- सत्ता विरोधी माहौल को दूर करने के लिये क्या करेंगे?

जवाब- हम पूरे गुजरात में घूम रहे हैं. अगर कहीं सत्ता विरोधी माहौल होगी तो हमें भी दिखेगा ना.

सवाल- विकास इतना हुआ है तो बीजेपी को इतने बड़े-बड़े नेताओं को मैदान में क्यों उतारना पड़ रहा है?

जवाब - चुनाव लोकतंत्र का महोत्सव है, लेकिन लोगों के पास जाना होगा. वैसे जो काम सरकार ने किए हैं, उसे लोगों तक पहुंचाने के लिए लोक संपर्क तो करना ही होता है. और हम बड़े नेताओं को चुनाव प्रचार में उतार रहे हैं तो उसमें कहां बुराई है.

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