गुजरात विधानसभा चुनाव के दूसरे एवं अंतिम चरण के चुनाव प्रचार के आखिर दिन पाटीदार नेता हार्दिक पटेल पर हमला करते हुए उनके असंतुष्ट साथी दिनेश बमभानिया ने दावा किया कि पाटीदार आरक्षण आंदोलन के इस नेता ने कांग्रेस के नवनिर्वाचित अध्यक्ष राहुल गांधी के बहनोई रॉबर्ट वाड्रा से मुलाकात की थी.
वाड्रा और राहुल से हुई बातों का खुलासा करें हार्दिक: बमभानिया
बमभानिया ने हार्दिक पर अक्टूबर में फाइव स्टार होटल में राहुल गांधी के साथ अपनी ‘गोपनीय बैठक’ के बारे में पाटीदार अनामत आंदोलन समिति (PAAS) के कोर सदस्यों को गुमराह करने का भी आरोप लगाया. इस समिति ने ही आरक्षण आंदोलन का संचालन किया था. उन्होंने कहा कि हार्दिक को यह स्पष्ट करना चाहिए कि राहुल गांधी और वाड्रा के साथ इन मुलाकातों के दौरान क्या बातचीत हुई.
क्या वाड्रा के साथ हार्दिक का कोई सौदा हुआ?
बमभानिया ने कहा, ‘PAAS के सदस्यों द्वारा कई बार पूछे जाने के बाद भी हार्दिक ने कभी नहीं खुलासा किया कि राहुल गांधी के साथ उस बैठक में क्या बातचीत हुई. हार्दिक दिल्ली में रॉबर्ट वाड्रा से भी मिले. तब भी कोई स्पष्टीकरण नहीं आया. क्या वाड्रा के साथ कोई सौदा हुआ?’ कांग्रेस और हार्दिक ने इस बात से इनकार किया था कि अक्टूबर में एयरपोर्ट के पास किसी होटल में राहुल के साथ हार्दिक की मुलाकात हुई थी. पहले चरण के चुनाव से एक दिन पहले आठ दिसंबर को बमभानिया ने आरोप लगाया था कि कांग्रेस की गुजरात इकाई ने स्पष्ट नहीं किया कि वह पाटीदारों को कैसे आरक्षण देगी, ऐसे में हार्दिक ‘किसी सौदे’ के चलते पार्टी के पक्ष में हैं.
कांग्रेस को नापसंद करने के बाद भी क्यों कर रहे वोट देने की अपील?
कांग्रेस के लिए हार्थिक के खुले समर्थन पर बमभानिया ने कहा, 'कांग्रेस के घोषणापत्र में ये साफ नहीं किया गया है कि पाटीदारों को ओबीसी कोटा के तहत कैसे आरक्षण दिया जाएगा. फिर हार्दिक कैसे जनता को कांग्रेस के लिए वोट करने की अपील कर रहे हैं? चुनावी रैलियों में हार्दिक कहते हैं कि वे कांग्रेस को पसंद नहीं करते, लेकिन लोगों से उसी को वोट देने को कहते हैं. किस मजबूरी की वजह से हार्दिक ऐसा कह रहे हैं.' बता दें कि गुजरात में दूसरे चरण का चुनाव 14 जिलों की 93 सीटों पर 14 दिसंबर को होना है.