गुजरात में कांग्रेस की ओर से मुख्यमंत्री पद की रेस में माने जा रहे वरिष्ठ नेता शक्ति सिंह गोहिल को हार का सामना करना पड़ा है. बीजेपी के परंपरागत गढ़ में सेंध लगाने के लिए कांग्रेस ने दिग्गज नेता का सहारा लिया था. बीजेपी के विरेंद्र सिंह को यहां करीब 79 हजार वोट मिले हैं. जबकि शक्ति सिंह गोहिल को 70 हजार वोट ही मिल पाए.
अभ्यर्थी | दल का नाम | मत |
जाडेजा विरेन्द्रसिंह बहादुरसिंह | भारतीय जनता पार्टी | 79469 |
गोहील शक्तिसिंहजी हरिचंद्रसिंहजी | इंडियन नेशनल कांग्रेस | 70423 |
रंगाणी महेशभाई करशनभाई | निर्दलीय | 1278 |
केनीया भाणजीभाई खीमजीभाई | बहुजन समाज पार्टी | 1154 |
रंगाणी वर्षाबेन महेशभाई | निर्दलीय | 1115 |
समेजा अब्दुलकरीम आमद | बहुजन मुक्ति पार्टी | 1105 |
शाह विजयकुमार चिमनलाल | निर्दलीय | 1095 |
सैयद इमामशा लतिफशा | निर्दलीय | 559 |
जोषी शैलेशभाई भवानीशंकर | समाजवादी पार्टी | 541 |
रामभाई धनराजभाई गढवी | निर्दलीय | 435 |
वोरा जयेशभाई प्रविनचन्द्र | शिवसेना | 221 |
बोड़ा वसंतभाई मोरारजीभाई | निर्दलीय | 212 |
ध्रुइया गुलामहुसेन सालेमामद | निर्दलीय | 178 |
जत अमीन कासम | निर्दलीय | 178 |
अनवरशा भाछामिया सैयद | निर्दलीय | 176 |
जोशी प्रतीक योगेशभाई | निर्दलीय | 120 |
कनेरिया भाविन गिरधरभाई | निर्दलीय | 114 |
इनमें से कोई नहीं | इनमें से कोई नहीं | 1685 |
पिछले चुनाव में इस सीट से बीजेपी प्रत्याशी ताराचंद छेड़ा ने 61984 वोट पाते हुए जीत दर्ज की थी. जबकि उनके सामने कांग्रेस के उम्मीदवार किशोरसिंह परमार को 53478 वोट मिले थे.
सत्ता विरोधी लहर का मुकाबला करने के लिए भाजपा ने अपने वर्तमान विधायक ताराचंद छेडा को इस बार उम्मीदवार नहीं बनाया और उनकी जगह 51 वर्षीय जडेजा को लाया गया. पिछले सात चुनाव में सिर्फ एक बार 2002 में यहां कांग्रेस को जीत मिल पाई थी.
गोहिल कच्छ की अब्दासा सीट से वर्तमान विधायक हैं, लेकिन कांग्रेस ने उन्हें इस बार मांडवी से उतारने का फैसला लिया. हालांकि, 2012 के चुनाव में वो भावनगर ग्रामीण से हार गए थे, जिसके बाद गोहिल 2014 में अब्दासा उपचुनाव 750 मतों के छोटे अंतर से जीते थे.
मांडवी सीट पर कुल मतदाता 2.24 लाख है. इनमें से मुस्लिम मतदाताओं की संख्या 50,000 है, जबकि दलित मतदाता 31,000 और पाटीदार मतदाता 25,000 हैं. यहां राजपूत वोटरों की संख्या 21,000 है.