नरोदा सीट से बीजेपी के बलराम खूबचंद थावणी जीत गए हैं, कांग्रेस के ओमप्रकाश तिवारी हार गए. यह बीजेपी की सुरक्षित सीट मानी जाती रही है, क्योंकि इससे पहले यहां से उसके 3 उम्मीदवार 7 बार (1981 से 2012 के बीच) जीत हासिल कर चुके हैं.
अभ्यर्थी | दल का नाम | मत |
बलराम खुबचंद | भारतीय जनता पार्टी | 108168 |
तिवारी ओमप्रकाश | इंडियन नेशनल कांग्रेस | 48026 |
अमितभाई मोहनभाई पटेल | ऑल इण्डिया हिन्दुस्तान कॉग्रेस पार्टी | 1976 |
निकुलसिंह कमलसिंह तोमर | नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी | 990 |
राजपुत राहुलसिंह किशोरसिंह | शिवसेना | 957 |
ब्रिजेश शर्मा | निर्दलीय | 751 |
चौहाण नरेन्द्रसिंह मखतुलसिंग | निर्दलीय | 580 |
दशरथ एम. देवडा | निर्दलीय | 409 |
कश्यप राजकुमार नानकुभाई | राष्ट्रीय महान गणतंत्र पार्टी | 185 |
निता भुलचंदाणी | राष्ट्रीय समाजवादी पार्टी (सेक्युलर) | 183 |
इनमें से कोई नहीं | इनमें से कोई नहीं | 2852 |
नरोदा सीट के मतदाता अहमदाबाद के शहरी क्षेत्र के लोग हैं. भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के लिए यह बेहद खास सीट है, यहां से उसे 1990 से 2012 तक लगातार जीत मिल रही है. पिछली बार बीजेपी की निर्मलाबेन वाधवानी विजयी रही थीं. निर्मलाबेन ने उस चुनाव में 96,333 मत हासिल किए थे और कांग्रेस के सुराभाई भरवाड को 58,352 मतों के अंतर से हराया था. अमित शाह की करीबी रहीं माया कोडनानी ने 1998 से 2007 तक लगातार 3 बार चुनाव जीत चुकी हैं. दो चरणों में हुए चुनाव में नरोदा में दूसरे चरण (14 दिसंबर) में मतदान हुआ था.