राहुल गांधी के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से पूछे 7 सवाल पर प्रधानमंत्री कार्यालय के राज्य मंत्री डॉ जितेन्द्र सिंह ने जवाब दिया है. जितेन्द्र सिंह ने बताया कि आज राहुल गांधी ने कुछ गलत आंकड़े दिये थे. विरोध के बाद उस आंकड़े को वापस लिया है. जितेन्द्र सिंह ने बताया कि राहुल गांधी के प्रश्नों की मॉनिटरिंग हम पहले दिन से ही कर रहे हैं. रोज जो प्रश्न उनकी तरफ से दिए जाते हैं, उसका हमने अध्ययन किया है.
वहीं कांग्रेस के नेता आरपीएन सिंह ने इस मुद्दे पर कहा कि राहुल गांधी कोई गलत आंकड़े नहीं दे रहे हैं. जितेंद्र सिंह उन सवालों के जवाब दें, जो राहुल पूछ रहे हैं. पीएम खामोश हैं. 15 लाख का क्या हुआ, 2 करोड़ हर साल रोजगार का क्या हुआ. गुजरात मे मूंगफली और कपास के किसानों से किये वादे का क्या हुआ. तमाम सवाल हैं जिसका जवाब है नहीं इनके पास.
इससे पहले जितेन्द्र सिंह ने कहा कि तर्कों के आधार पर और आंकड़ों के आधार पर यह प्रमाणित किया है कि राहुल गांधी को आंकड़ों का विश्लेषण उनकी समझ में नहीं आया होता है या फिर वह अपनी सुविधा अनुसार इन आंकड़ों को प्रोजेक्ट करते हैं.
जितेंद्र सिंह ने आगे कहा कि राहुल गांधी ने एक बार फिर गलत आंकड़े दिए हैं, इसको लेकर मीडिया में बहुत सारी जानकारियां आ रही है. जितेंद्र सिंह ने यह बताया कि राहुल गांधी ने महिलाओं की सुरक्षा को लेकर के जो 5वां सवाल किया था उसको लेकर के हमने यानी प्रधानमंत्री कार्यालय की तरफ से जानकारी दी गई थी. काउंटर कर यह सवाल पूछा गया था कि गुजरात का वह कौन सा हिस्सा है कि जहां पर राहुल गांधी को जाने के बाद यह एहसास हुआ कि औरतें यहां पर सुरक्षित नहीं हैं? जितेंद्र सिंह के अनुसार राहुल गांधी को बताया गया था कि गुजरात एक ऐसा स्थान है, जिसको सारी दुनिया जानती है कि सबसे ज्यादा महिलाएं यहां पर अपने आप को सुरक्षित महसूस करती है. देर रात तक महिलाएं गरबा आदि से घर लौटती है.
छठे सवाल का यह था जवाब
डॉ जितेन्द्र सिंह ने कहा कि राहुल गांधी का छठा प्रश्न था, उसमें भी बहुत सारे आंकड़े तोड़ मरोड़कर पेश किए गए. जितेंद्र के अनुसार राहुल ने कहा कि गुजरात में बहुत भयंकर बेरोजगारी है, हमारे जो प्रमाणित आंकड़े हैं उसके मुताबिक वहां बेरोजगारी 0.9 प्रतिशत है. नेशनल एवरेज से अगर तुलना करें तो वह 5% है. जितेंद्र ने आगे कहा कि राहुल की टीम की तरफ से जो इस तरीके की जानकारी दी जाती है, वह गलत जानकारी दी जाती है.
जितेंद्र ने बताया कि अगर राहुल गांधी या फिर उनकी टीम के लोग अर्थशास्त्र समझते होते तो शायद इस तरीके के सवाल वह प्रधानमंत्री से नहीं करते. वह आंकड़ों को मैनिपुलेट करके पेश कर रहे हैं, जो गलत है. पूरी तरीके से गुजरात में बेरोजगारी की बात जो लगातार राहुल गांधी कर रहे हैं, वह हकीकत नहीं है. जितेंद्र के अनुसार राहुल गांधी इससे रूबरू नहीं हो पा रहे कि कांग्रेस शासित प्रदेशों की हालत सबसे ज्यादा खराब है. अकेडमिक दृष्टि से राहुल गांधी जिस तरीके की बातें कर रहे हैं वह पूरी तरह से अनैतिक है. जितेंद्र के अनुसार अर्थशास्त्री बनने के लिए राहुल गांधी को और पढ़ाई करनी होगी. राहुल की टीम के लोगों को आंकड़ों का सही से विश्लेषण कर देश की जनता के सामने रखना चाहिए.