राहुल गांधी के नामांकन पत्र भरने पर बीजेपी ने जहां कांग्रेस पर तीखे वार किया, वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता इसे बीजेपी की घबराहट बता रहे हैं. कांग्रेसी के अनुसार गुजरात में राहुल गांधी को मिल रहे समर्थन से बीजेपी परेशान हो गई है.
अशोक गहलोत ने राहुल गांधी द्वारा कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष पद के नामांकन के बाद कहा कि राहुल गांधी के नेतृत्व में पार्टी आगे बढ़ेगी. राहुल ने पिछले कई साल से पार्टी को आगे बढ़ाने के लिए काफी मेहनत की है. गुजरात में भी जिस तरह राहुल गांधी को समर्थन मिल रहा है, उसे साफ है कि गुजरात में कांग्रेस जीतेगी.
शिवराज पाटिल ने कहा कि राहुल गांधी चुनाव लड़ रहे हैं. जो भी चुनाव लड़ने की प्रक्रिया है, उसके तहत नामांकन भरा है. पूरी प्रक्रिया का अनुसरण किया जाएगा. जो भी चुनाव लड़ना चाहता है लड़ सकता है. बीजेपी के डायनेस्टी के आरोप पर शिवराज पाटिल का कहना है कि वह बीजेपी के इन आरोपों में दम नहीं देखते हैं. क्योंकि कांग्रेस में एक चुनावी प्रक्रिया है. इसके तहत ही वह चुनाव लड़ रहे हैं. जहां तक नई टीम राहुल के नेतृत्व में बनने की बात है. जब भी कोई नया अध्यक्ष बनता है, वह अपनी टीम बनाता है. टीम में सीनियर नेताओं और युवा नेताओं पर शिवराज ने कहा कि स्वभाविक तौर से जो नए लोग होते हैं, जूनियर लोग होते हैं, उनको मौका मिलता है और सीनियर लोग थोड़ा पीछे होते हैं. लेकिन अनुभव और युवा इसका दोनों का मिश्रण लेकर राहुल गांधी चलेंगे.
शीला दीक्षित ने कहा कि राहुल गांधी ने पहले साफ किया है कि पुराने और युवा नेता, इन दोनों की उनको जरूरत है और दोनों को ही पार्टी में साथ लेकर चलेंगे. पुराने लोगों का अनुभव और युवा नेताओं का जोश पार्टी को आगे ले जाने में मदद करेगा. जहां तक राहुल गांधी के काम करने का सवाल है, तो उनमें अपने पिता राहुल गांधी और दादी इंदिरा गांधी व अपनी मां सोनिया गांधी के काम करने की झलक है. साथ में उन्होंने पार्टी में कई वर्षों से काम भी किया है. ये तमाम चीजें पार्टी को मजबूत करने में सहायक होंगी.
युवा नेता सचिन पायलट और राजीव शुक्ला ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी में कौन अध्यक्ष बनता है और वह किस तरह से काम करता है, उसमें कांग्रेस दखल नहीं देती. ऐसे में बीजेपी या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को राहुल गांधी के अध्यक्ष बनने को लेकर क्यों चिंता सता रही है. बीजेपी क्यों परेशानी हो रही है. दरअसल, गुजरात में राहुल गांधी को भारी समर्थन मिलना ही उनकी परेशानी का कारण बन गया है.
राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने भी कहा कि राहुल गांधी के अध्यक्ष बनने से पार्टी और आगे बढ़ेगी. जहां तक नए नेता और पुराने नेताओं की बात है, तो सब मिल कर पार्टी को और मजबूत करेंगे. राहुल गांधी इन तमाम लोगों को साथ लेकर चलेंगे.