गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस पाटीदार समाज को मनाने का कोई मौका नहीं छोड़ना चाहती. हार्दिक पटेल की मांग के कुछ ही घंटे के बाद कांग्रेस चेयरपर्सन सोनिया गांधी ने पाटीदार समाज को आरक्षण के मामले में कोई रास्ता निकालने की जिम्मेदारी अपने दो सिपहसलारों को दी है. सूत्रों के मुताबिक सोनिया ने भरोसेमंद साथी अहमद पटेल और कपिल सिब्बल को आरक्षण के लिए पाटीदार समाज के प्रतिनिधियों से बातचीत करने और इसका संवैधानिक और कानूनी समाधान निकालने का जिम्मा सौंपा है.
कपिल सिब्बल और अहमद पटेल से मिलेंगे गुजरात कांग्रेस के नेता
बताया जा रहा कि सोनिया गांधी के इस फैसले के बाद रविवार को ही गुजरात कांग्रेस के नेता अहमद पटेल और कपिल सिब्बल से मिलने के लिए दिल्ली आएंगे. शनिवार सुबह ही हार्दिक पटेल ने कांग्रेस के साथ पाटीदारों को आरक्षण की व्यवस्था पर चल रही बातचीत के मसले पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से फैसला करने को कहा था.
हार्दिक ने किया था इशारा
हार्दिक ने इसके लिए इशारा करते हुए कहा था कि मशहूर वकील और कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल कानूनी दायरे को अच्छी तरह से समझते हैं. साथ ही उन्हें गुजरात की जमीनी हकीकत का भी अंदाजा है.
सोनिया से फैसला करने को कहा था
पाटीदार नेता ने आरक्षण के मुद्दे पर कांग्रेस को रुख को लेकर तीसरी बार नई तारीख दी है. पहले हार्दिक ने 3 नवंबर और फिर 7 नवंबर की डेडलाइन दी थी. हार्दिक की मांग के बाद कांग्रेस ने कहा था कि कपिल सिब्बल ने आरक्षण के कानूनी प्रावधानों के मद्देनजर सोनिया गांधी को रिपोर्ट भेजी है, जिस पर उन्हें ही आखिरी फैसला लेना है. इस रिपोर्ट में दूसरे राज्य में कानूनी हालात का भी जिक्र किया गया है. साथ ही आज़ादी के बाद बदली हुई सामाजिक हालत की जानकारी भी दी गई है. हार्दिक ने जो तारीख दी है, वो भी काफी अहम है, क्योंकि इसी दिन राहुल गांधी नोटबंदी की पहली सालगिरह के मौके पर गुजरात जाकर कारोबारियों से मुलाकात करेंगे.