गुजरात का मुख्यमंत्री रहते नर्मदा परियोजना पर नरेंद्र मोदी की तरफ से कभी मुलाकात नहीं करने के मनमोहन सिंह के दावे के एक दिन बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने उन पर पर झूठ बोलने का आरोप लगाते हुए कहा है कि मोदी ने इस परियोजना पर चर्चा के लिए सिंह से 2011 तथा 2013 में मुलाकात की थी.
उन्होंने यह भी कहा कि गुजरात का मुख्यमंत्री रहते मोदी ने इस मामले पर इन मुलाकात के अलावा सिंह को कई पत्र भी लिखे थे. सरदार सरोवर बांध मामले पर रूपाणी ने सिंह और मोदी की मुलाकात तथा पत्राचार के संबंध में कई दस्तावेज दिखाए.
इन दस्तावेजों के अनुसर मोदी ने सिंह को कई पत्र लिखे थे. इन पत्रों के माध्यम से नर्मदा पर बनने वाले सरदार सरोवर बांध पर 'पूरी ऊंचाई और पुल के साथ-साथ फाटकों की स्थापना के लिए स्पिलवे पियर्स के निर्माण के लिए अनुमति मांगी थी.
समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार रूपाणी ने यहां पत्रकारों को बताया, ‘नर्मदा परियोजना की देरी के लिए गुजरात के लोगों को स्पष्टीकरण देने की बजाए सिंह ने मोदीजी के साथ मुलाकात के बारे में बताने के लिए पूरी तरह झूठ का सहारा लिया है. इन दस्तावेजों से स्पष्ट हो जाता है कि मोदी ने सिंह को न केवल कई बार लिखा था बल्कि बांध के रूके कार्यों के बारे में बताने के लिए उनसे मुलाकात भी की थी.' पूर्व प्रधानमंत्री ने कल कहा था कि मोदी जब गुजरात के मुख्यमंत्री थे तो सरदार सरोवर बांध के बारे में बताने के लिए उनसे कभी मुलाकात नहीं की थी.
मोदी ने आरोप लगाया था कि सरदार सरोवर बांध की ऊंचाई बढ़ाने के मामले को लेकर तत्कालीन प्रधानमंत्री से कई बार मुलाकात की, लेकिन इस परियोजना को पूरा करने के लिए पूर्ववर्ती यूपीए सरकार से कोई आश्वासन नहीं मिला था. मोदी के इस बयान के कुछ हफ्ते बाद मनमोहन ने मंगलवार को यह दावा किया था.