गुजरात विधानसभा चुनाव 2017 में साबरमती विधानसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी के अरविंदकुमार गांडाभाई पटेल करीब दोगुने वोट से जीत गए हैं. उन्होंने 76326 वोट पाकर कांग्रेस के डॉ जीतूभाई पटेल को हराया है. डॉ जीतूभाई पटेल को 34850 वोट मिले हैं.
साबरमती विधानसभा सीट बीजेपी के लिए सबसे ज्यादा अहम थी. वो इसलिए क्योंकि इसी सीट पर चुनाव के लिए नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री के रूप में पहली बार वोट डाला था.
पीएम मोदी ने 14 दिसंबर को साबरमती के राणिप में बूथ नंबर 115 पर लाइन में लगकर वोट डाला था. वो करीब 15 से 16 मिनट तक लाइन में लगे रहे.
बीजेपी अरविंदकुमार पटेल ने 2012 के चुनाव में 107036 वोट पाकर कांग्रेस के गोविंदलाल पटेल को हराया था, जिन्हें महज 39453 वोट हासिल हुए थे.
गुजरात के चुनावी शोर में इस बार पाटीदारों की चर्चा सबसे ज्यादा हुई. साबरमती सीट पर पाटीदार बनाम पाटीदार की लड़ाई है. क्योंकि बीजेपी और कांग्रेस ने यहां से पटेल प्रत्याशी उतारे हैं.
2012 में किसको कितनी सीटें
2012 में बीजेपी को 115 सीटें मिली थीं, बीजेपी को 47.9 फीसदी वोट मिले थे. वहीं कांग्रेस को 2012 में 61 सीटों पर जीत दर्ज की थी, कांग्रेस को 38.9 फीसदी मत मिले थे. अगर 2014 लोकसभा चुनाव में मत प्रतिशत की बात करें तो बीजेपी को 60.1 फीसदी वोट मिले अगर विधानसभा के हिसाब से देखें तो 162 सीटें और वहीं कांग्रेस को 33.5 फीसदी वोट, सीटों के हिसाब से 17 सीटें मिली थीं.
आपको बता दें कि गुजरात में दो चरणों में चुनाव हुए थे. पहले चरण के लिए 9 दिसंबर, दूसरे चरण के लिए 14 दिसंबर को वोट डाले गए थे. गुजरात में दो चरणों में हुए चुनाव में औसतन 68.41 फीसदी मतदान हुआ था. गुजरात विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 89 सीटों पर वोट डाले गए जबकि दूसरे चरण में 93 सीटों पर वोटिंग हुई.
गुजरात का Exit Poll
गुजरात और हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव पर आजतक के एग्जिट पोल में 'कमल' खिलने का अनुमान लगाया गया है. इंडिया टुडे-एक्सिस माई इंडिया के एग्जिट पोल की मानें तो गुजरात की कुल 182 सीटों में से बीजेपी को 99 से 113 सीटें और कांग्रेस को 68-82 सीटें मिल सकती हैं. अन्य के खाते में 1-4 सीटें जाने का अनुमान है.
बीजेपी को 47 फीसदी और कांग्रेस 42 फीसदी वोट मिल सकता है, 11 फीसद वोट अन्य की झोली में जा सकता है. राज्य में पिछले चुनाव यानी 2012 की बात करें तो गुजरात विधानसभा में बीजेपी को 115 सीटें मिली थीं, जबकि कांग्रेस को 61 सीटें मिली थी. बाकी सीटें अन्य के हिस्से आई थीं.