गुजरात चुनाव को लेकर आयोजित पंचायत आजतक में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री और हाल ही में कांग्रेस से अलग हुए शंकर सिंह वाघेला की जुबान ऐसी फिसली कि वो पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को ममता कुलकर्णी कह गए. वाघेला गुजरात में कांग्रेस और बीजेपी से इतर एक तीसरे मोर्चे की जीत की संभावनाओं पर बोल रहे थे.
वाघेला ने कहा कि गुजरात की जनता पेंडुलम की तरह नहीं है. वो कांग्रेस से नाखुश होकर बीजेपी के पास गई और उसने 20 साल से उसे सत्ता सौंप रखी है. जनता बीजेपी से भी मायूस हुई तो क्या उसे फिर कांग्रेस के पास जाना चाहिए. क्यों तीसरा विकल्प नहीं होना चाहिए.
जब वाघेला से पूछा गया कि उन्हें तो बीजेपी की बी टीम कहा जा रहा है जो कांग्रेस को हराने के लिए मैदान में है तो वाघेला का जवाब था कि क्या केजरीवाल ने कांग्रेस को हराने के लिए दिल्ली में आम आदमी पार्टी बनाई थी. हमारे जितने भी प्वाइंट हैं वो सरकार के खिलाफ हैं. हमें बीजेपी का बी टीम बताना जनता का अपमान है. हम तीसरा विकल्प देंगे.
वाघेला से जब पूछा गया कि गुजरात में तो तीसरे विकल्प का इतिहास रहा नहीं है. केशु भाई पटेल ने कोशिश की थी लेकिन विफल रहे इसपर वाघेला ने कहा कि विकल्प हर जगह होता है. आप पार्टी क्या दिल्ली में थी. बीजू पटनायक की पार्टी क्या थी पहले, शिवसेना पहले थी क्या, मुलायम की पार्टी थी क्या. ममता कुलकर्णी गईं तो क्या बीजेपी या कांग्रेस अथवा सीपीएम के वोट तोड़ने गईं थीं. सब अपने लिए जाते हैं.
वाघेला ने कहा कि गुजरात में कोई लेउआ पटेल है, कोई कडुआ है, कोई क्षत्रिय, कोई परमार, कोई दलित, कोई ब्राह्मण है. यहां तीसरे मोर्चे की भरपूर संभावनाएं हैं. हम लोगों से पूछकर टिकट देंगे और जिसे जनता भ्रष्ट बताएगी उसे उम्मीदवार नहीं बनाएंगे.