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‘गुजराती गधों’ वाले बयान को स्मृति ने अस्मिता से जोड़ा, अखिलेश के दोस्त राहुल को घेरा

गुजरात में बीजेपी कांग्रेस को हर कदम पर घेरने की कोशिश कर रही है. अब केंद्रीय स्मृति ईरानी ने यूपी चुनाव से ठीक पहले तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के गधे वाले बयान पर राहुल गांधी को घेर लिया है. यूपी चुनाव में सपा और कांग्रेस मिलकर चुनाव लड़ रहे थे.

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स्मृति ईरानी
स्मृति ईरानी

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गुजरात में बीजेपी कांग्रेस को हर कदम पर घेरने की कोशिश कर रही है. अब केंद्रीय स्मृति ईरानी ने यूपी चुनाव से ठीक पहले तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के गधे वाले बयान पर राहुल गांधी को घेर लिया है. यूपी चुनाव में सपा और कांग्रेस मिलकर चुनाव लड़ रहे थे.

ये हर गुजराती का चुनाव है

सूरत में एक जनसभा के दौरान स्मृति ने अखिलेश के उस बयान को गुजराती अस्मिता से जोड़ते हुए कहा कि यह चुनाव सिर्फ बीजेपी का नहीं है, बल्कि यह हर गुजराती का चुनाव है. उन्होंने लोगों को याद दिलाते हुए कहा कि यूपी में राहुल गांधी और उनके मित्र अखिलेश यादव ने गुजरातियों को गधा कहा था.  

लक्ष्मी हाथ पकड़कर नहीं कमल पर बैठकर आती हैं

स्मृति ने कहा कि मोदी जी के प्रधानमंत्री बनने के पहले जो बैंक गरीबों के लिए अपने दरवाजे बंद कर चुके थे, अब वही गरीबों के दरवाजे जा-जाकर जनधन खाते खोलने को कह रहे हैं. उन्होंने कांग्रेस पर चुटकी लेते हुए कहा कि लक्ष्मी हाथ पकड़ कर नहीं, बल्कि कमल पर बैठ कर आती हैं.

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ये था अखिलेश का बयान

गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने चुनाव से पहले 20 फरवरी 2017 को रायबरेली की रैली में कहा था कि – ‘टीवी पर विज्ञापन आता है जिसमें एक गधा आता है. हम सदी के महानायक से कहेंगे कि गुजरात के गधों का प्रचार बंद करिये. गुजरात के लोग गुजरात के गधों का प्रचार कराते हैं. श्मशान और कब्रिस्तान की बात करते हैं, ना जाने कौन उनको ये सब बताता है. अब ऐड गधे के भी होने लगे, देश कहां जाता है.’ अखिलेश के उस बयान पर खूब हो-हल्ला मचा था.

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