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बीजेपी बोली- खाली मैदान में राहुल की रैली, कांग्रेस ने पूछा- फिर क्यों उतारे 40 मंत्री

गुजरात विधानसभा चुनाव में बीजेपी की ओर तमाम केंद्रीय मंत्री राज्य में डेरा डाले हुए हैं तो वहीं कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी अपनी टीम के साथ गुजरात के कई दौरे कर चुके हैं. लेकिन सच तो यह है कि चुनाव सिर्फ जनता के सामने रैली मैदान और सड़को पर नहीं लड़ा जा रहा बल्कि बंद कमरे की रणनीति और सोशल मीडिया पर भी इसका पूरा असर देखने को मिल रहा है.

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बीजेपी-कांग्रेस के बीच 'ट्विटर वार'
बीजेपी-कांग्रेस के बीच 'ट्विटर वार'

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गुजरात विधानसभा चुनाव में बीजेपी की ओर से तमाम केंद्रीय मंत्री राज्य में डेरा डाले हुए हैं तो वहीं कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी अपनी टीम के साथ गुजरात के कई दौरे कर चुके हैं, लेकिन सच तो यह है कि चुनाव सिर्फ जनता के सामने रैली मैदान और सड़कों पर नहीं लड़ा जा रहा, बल्कि बंद कमरे की रणनीति और सोशल मीडिया पर भी इसका पूरा असर देखने को मिल रहा है.

राहुल गांधी रोज कोई न कोई ट्वीट कर केंद्र में सत्ताधारी बीजेपी और पीएम नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हैं. इसी कड़ी में रविवार को भी राहुल ने मोदी सरकार के मेक इन इंडिया प्रोजेक्ट पर तंज करते हुए लिखा कि इस परियोजना ने दम तोड़ दिया है, इसके लिए उन्होंने एक अखबार की खबर का संदर्भ भी दिया. राहुल के बीजेपी पर निशाने के बाद सत्ताधारी पार्टी के लोग भी सोशल मीडिया पर एक्टिव राहुल और कांग्रेस पार्टी को घेरने में लग गए.

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बीजेपी आईटी सेल के प्रभारी अमित मालवीय ने राहुल की जनसभा का एक वीडियो जारी करते हुए उसमें काफी कम लोगों की मौजूदगी का आरोप लगाया. इसके बाद उन्होंने एक ट्वीट में लिखा, 'गुजरात में एक बाद एक फ्लॉप होती रैलियों के बाद राहुल गांधी के अलावा सभी कांग्रेसी नेता चुनाव प्रचार छोड़ चुके हैं, यह राजतिलक के लिए तैयार नए अध्यक्ष के लिए अच्छी बात है'. मालवीय ने कई अन्य ट्वीट के जरिए भी राहुल और कांग्रेस पार्टी पर जमकर निशाना साधा.

बीजेपी के हमले के बाद कांग्रेस ने भी पलटवार शुरू किया और मोर्चा पार्टी की प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने संभाला. उन्होंने मालवीय को जवाब देते हुए लिखा, 'भइया, हमारे उपाध्यक्ष की मौजूदगी बीजेपी को परेशान नहीं करती तो 40 मंत्री और 6 मुख्यमंत्री राज्य में प्रचार के लिए क्यों उतारे हैं. यही राहुल की लोकप्रियता को दिखाता है. क्यों रोज झूठ का सहारा ले रहे हो'. प्रियंका ने भी आतंकी हाफिज सईद की रिहाई पर पीएम मोदी पर निशाना साधा.

साफ है कि बीजेपी और कांग्रेस जमीन के अलावा सोशल मीडिया पर भी एक-दूसरे को घेरने का कोई मौका नहीं छोड़ना चाहती हैं. क्योंकि दोनों ही पार्टियां जानती हैं कि इसी के जरिए बड़ी तादाद में लोगों तक अपनी बात पहुंचाई जा सकती है.

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