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फ्रॉड में फंसे विजय रूपाणी, राहुल का ट्वीट- यही है 'न खाऊंगा, न खाने दूंगा' की कहानी

रूपाणी पर जुर्माने के बाद बीजेपी बैकफुट पर नजर आ रही है, जबकि कांग्रेस ने अपने हमले तेज कर दिए हैं. राहुल ने अपने ट्वीट में कहा कि 'शाह-जादा, शौर्य के बाद अब विजय रूपाणी.' ध्यान रहे कि 2014 के चुनावों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूपीए सरकार के भ्रष्टाचार पर निशाना साधते हुए कहा था कि बीजेपी सरकार आने पर 'न खाऊंगा, न खाने दूंगा'

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कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और गुजरात CM विजय रूपाणी
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और गुजरात CM विजय रूपाणी

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गुजरात के मुख्यमंत्री की कंपनी में हेरफेर पर सेबी की ओर से लगाए गए जुर्माने के बाद कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने विजय रूपाणी को घेरा है. राहुल ने ट्वीट कर कहा कि ये 'न खाऊंगा, न खाने दूंगा की कहानी' है. बता दें कि गुजरात विधानसभा चुनावों से ठीक पहले सेबी ने राज्य के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी की कंपनी पर 15 लाख का जुर्माना लगाया है.

रूपाणी पर जुर्माने के बाद बीजेपी बैकफुट पर नजर आ रही है, जबकि कांग्रेस ने अपने हमले तेज कर दिए हैं. राहुल ने अपने ट्वीट में कहा कि 'शाह-जादा, शौर्य के बाद अब विजय रूपाणी.' ध्यान रहे कि 2014 के चुनावों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूपीए सरकार के भ्रष्टाचार पर निशाना साधते हुए कहा था कि बीजेपी सरकार आने पर 'न खाऊंगा, न खाने दूंगा'

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सेबी के आदेश अनुसार, जनवरी से लेकर जून 2011 में रूपाणी की कंपनी की ओर से ये हेर-फेर किया गया है. रूपाणी को यह जुर्माना 45 दिनों में देना होगा. रूपाणी की कंपनी पर सारंग केमिकल्स की कंपनी के साथ व्यापार में हेर-फेर का आरोप है. उनके अलावा कुल 22 कंपनियों पर जुर्माना लगा है.

नोटिस में लिखा गया है कि इन कंपनियों ने निवेशकों को आकर्षित करने के लिए एक-दूसरे के शेयरों का व्यापार किया. सेबी ने 22 कंपनियों पर कुल 6.9 करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया है, जिनमें से एक विजय रूपाणी की कंपनी है. मई 2016 में सेबी ने एक नोटिस जारी कर कहा था कि ये 22 कंपनियों ने सेबी के एक्ट का उल्लघंन किया है.

आपको बता दें कि गुजरात में 9 और 14 दिसंबर को वोट डाले जाएंगे. गुजरात के नतीजे हिमाचल के साथ ही 18 दिसंबर को आएंगे. भारतीय जनता पार्टी ने विजय रूपाणी और उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल के नेतृत्व में चुनाव लड़ने का ऐलान किया है. हालांकि, पाटीदार आंदोलनों के कारण भारतीय जनता पार्टी बैकफुट पर है.

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