गुजरात और हिमाचल प्रदेश हार कर भी कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी एक तरह से खुद को चैंपियन बता रहे हैं, जिसका मतलब ये है कि सवाल हारने वाले से नहीं, जीतने वाले से पूछना चाहिए कि वो 99 पर नॉट आउट क्यों रहा. गुजरात के नतीजों के बाद एक दिन के साइलेंट मोड को राहुल गांधी ने दूसरे दिन नरेंद्र मोदी के नाम पर तोड़ दिया. चुनावी नतीजों पर राहुल गांधी ने ये लॉजिक इसलिए दिया कि गुजरात में बीजेपी की जीत आसान नहीं रही. ये बात सही भी है क्योंकि पिछले बीस-तीस साल का आंकड़ा यही कहता है. लेकिन आखिरी बात को ये रही कि इस बेस्ट परफॉर्मेंस के बाद भी राहुल गांधी वहां तक नहीं पहुंच पाए. जहां से नरेंद्र मोदी को उनके ही गढ़ में राजनैतिक तौर पर ध्वस्त कर सकते, जिसे कल खुद नरेंद्र मोदी ने अपनी बड़ी जीत बताया था.