गुजरात विधानसभा चुनाव को लेकर सियासत तेज हो गई है. चुनाव में 2002 गुजरात दंगों की एंट्री हो गई है. बीजेपी के प्रचार के लिए गुजरात पहुंचे केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को सबसे पहले 2002 दंगों का जिक्र किया. इसके बाद अब AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने अमित शाह पर पलटवार किया है.
उन्होंने कहा कि मैं 2002 में जुहापुरा आया था. उस समय हमारे साथ डॉक्टरों की एक पूरी टीम थी. हैदराबाद के हमारे डॉक्टरों ने कई लोगों का इलाज किया था. लेकिन गुजरात सरकार ने हमें एक्सपायरी डेट वाली दवाइयां मुहैया कराई थीं. सभी दवाइयों की डेट छह महीने पहले एक्सपायर हो गई थी. मैं आपका दर्द समझ सकता हूं कि आप जिस दर्द से गुजरे हैं. बाबरी मस्जिद के साथ जो हुआ, मैंने वह भी देखा. मैं नहीं चाहता कि हमारे बच्चे उस मंजर को दोबारा देखें.
कांग्रेस और आम आदमी पार्टी को वोट देना बर्बादी
एआईएमआईएम प्रमुख ओवैसी ने कहा कि अगर आप कांग्रेस और आम आदमी पार्टी को वोट देंगे तो आपका वोट देना बर्बादी ही है. मैं दिल्ली के मुख्यमंत्री को छोटा रिचार्ज कहता हूं. कांग्रेस और छोटा रिचार्ज पर अपना वोट बर्बाद मत करें. हम सभी एक जुटे होंगे, बीजेपी हारेगी और हमारे उम्मीदवार जीतेंगे.
कांग्रेस की वजह से बीजेपी 27 सालों तक सत्ता में रही
ओवैसी ने कहा कि गुजरात में कांग्रेस 27 सालों तक रही लेकिन कुछ नहीं हुआ. गुजरात में बीजेपी भी 27 सालों तक रहेगी और इसके लिए कांग्रेस जिम्मेदार है.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नाकारेपन की वजह से बीजेपी राज्य में 27 सालों तक सत्ता में बनी रही. ओवैसी ने कांग्रेस और आम आदमी पार्टी पर भरोसा नहीं करने की भी सलाह दी. उन्होंने कहा कि कि छोटा रिचार्ज (केजरीवाल) की पार्टी पर भरोसा मत करिए. इन्होंने यूनिफॉर्म सिविल कोड पर कुछ नहीं कहा. छोटा रिचार्ज नरेंद्र मोदी के रास्ते पर आगे बढ़ रहा है. उसकी विचारधारा भी हिंदुत्व की है.
कौन सा सबक सिखाया?
ओवैसी ने अमित शाह पर निशाना साधते हुए कहा कि आप (शाह) कौन सा सबक सिखाने की बात कर रहे हैं? क्या वह सबक जिसमें बिल्किस बानो का गैंगरेप करने वालों को बरी कर दिया गया? क्या वह सबक जिसमें बिल्किस बानो की तीन साल की बच्ची की उसकी आंखों के सामने हत्या कर दी गई और उसके आरोपी को छोड़ दिया गया. आपने हमें एहसान जाफरी, बेस्ट बेकरी और ना जाने कितने सबक सिखाए हैं.
क्या आपने यह सबक सिखाया कि एहसान जाफरी का कत्ल किया जाएगा? आपने यह सबक सिखाया कि गुलबर्गा सोसाइटी को जलाया जाएगा?
ओवैसी ने कहा कि आपका सबक हम याद रखेंगे अमित शाह साहब. सबक सिखाना सब कुछ नहीं है, अमन उसी वक्त मजबूत होता है, जब वह जुल्मों से इंसाफ होता है. आप सबक सिखाने की बात करते हैं लेकिन भूल जाते हैं कि सत्ता किसी के पास नहीं रही, एक दिन सबके पास से सत्ता जाती है. आज इतने नशे में चूर होकर आप सबक सिखाने की बात करते हैं. आपने हमें कौन सा सबक सिखाया, पूरे गुजरात की बदनामी हो गई.
बता दें कि गुजरात चुनाव के लिए झालोद पहुंचे केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा था कि बीजेपी ने सांप्रदायिक दंगे करना वालों को ऐसा सबक सिखाया है कि आज तक दंगाई अपना सिर नहीं उठा पाए हैं. उन्होंने कहा कि बीजेपी राज्य में अखंड शांति लेकर आई है.
गुजरात में दो चरणों में चुनाव
गुजरात में 1 और 5 दिसंबर को दो चरणों में मतदान होना है. नतीजे 8 दिसंबर को हिमाचल चुनाव के साथ ही आएंगे.