गुजरात में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो गया. दिसंबर में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए राजनीतिक पार्टियों के साथ-साथ आयोग ने भी तैयारी तेज कर दी है. कोई मतदाता वोटिंग से छूट न जाए इसके लिए भी आयोग ने योजना बनानी शुरू कर दी है.
इस बार भी गुजरात में एक पोलिंग बूथ ऐसा बनाया जाएगा जहां सिर्फ एक वोटर है. यह पोलिंग बूथ गीर के जंगल में बनाया जाएगा. चुनाव आयोग ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि वह गीर के जंगल में एक वोटर के लिए मतदान केंद्र बनाएगा. यहां मतदान कराने के लिए 15 अधिकारियों की टीम भेजी जाएगी. टीम मतदान के लिए सुबह 8 बजे से शाम 6 बजे तक बूथ पर ही रहेगी. यह देश का अकेला ऐसा मतदान केंद्र है, जहां सिर्फ एक ही वोटर है.
चुनाव आयोग अभी तक गुजरात के वोटर भरतदास दर्शनदास के लिए अलग से मतदान केंद्र बनाता आया है. भरतदास एक मंदिर के पुजारी थे. वह जूनागढ़ के गीर के जंगल में बाणेज नाम की जगह में एक मंदिर में रहते थे. हालांकि 1 नवंबर 2019 को ही महंत का निधन हो गया. महंत भरतदास के बाद मंदिर के नए पुजारी महंत हरिदास के लिए यह खास बूथ बनेगा.
भरतदास के लिए 2002 से व्यवस्था कर रहा आयोग
2019 के चुनाव में महंत भरतदास दर्शनदास के लिए चुनाव आयोग ने अलग से मतदान केंद्र बनाया था. वैसे चुनाव पंच 2002 से लगातार हर चुनाव में 5 लोगों की टीम भेजकर उनके लिए स्पेशल बूथ की व्यवस्था करता था. उस इलाके में भरतदास एकमात्र वोटर थे. उनके मतदान के बाद भी टीम शाम 6 बजे तक बूथ पर मौजूद रहकर अपनी ड्यूटी पूरी करती थी.
गुजरात में 1 और 5 दिसंबर को वोटिंग
गुजरात में दो चरणों में विधानसभा चुनाव होंगे. पहले चरण में 89 सीटों पर 1 दिसंबर, तो दूसरे चरण में 93 सीटों पर 5 दिसंबर को वोटिंग होगी, जबकि गुजरात चुनाव के नतीजे हिमाचल प्रदेश के साथ ही 8 दिसंबर को आएंगे. मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार और चुनाव आयुक्त अनुप चंद्र पांडेय ने बताया कि इस बार 51782 पोलिंग स्टेशन्स पर 4.9 करोड़ वोटर वोट डालेंगे. इस बार गुजरात में 3,24,422 नए वोटर जोड़े गए हैं.
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि मतदान के बेहतर अनुभव के लिए, 1274 मतदान केंद्रों का प्रबंधन पूरी तरह से महिला और सुरक्षा कर्मचारियों द्वारा किया जाएगा. 182 मतदान केंद्रो पर मतदाताओं का लोक निर्माण विभाग स्वागत करेगा. पहली बार 33 मतदान केंद्रों की स्थापना और प्रबंधन सबसे कम उम्र के मतदान कर्मचारी करेंगे.