गुजरात में आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारी जोर-शोर से चल रही है. इस चुनावी दौर में आज हम आपको बताने जा रहे हैं मेहसाणा जिले की बीजापुर विधानसभा सीट के बारे में. इस सीट पर पाटीदारों का दबदबा है. खास बात यह है कि यहां मतदाताओं का झुकाव किसी एक राजनीतिक पार्टी की तरफ नहीं रहा है. हालांकि, पिछले चुनाव में पाटीदार आंदोलन के बावजूद बीजेपी को यहां जनता का जनादेश मिला.
बीजापुर विधानसभा सीट राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण मानी जाती है. ऐसे में देखना होगा कि पाटीदार आंदोलन के बाद विधानसभा चुनाव 2022 के नतीजों पर क्या असर पड़ेगा. हालांकि, हार्दिक पटेल अब बीजेपी में शामिल हो गए हैं. कयास लगाए जा रहे हैं कि समीकरण बदल भी सकते हैं.
मतदाताओं के आंकड़े
बीजापुर विधानसभा सीट पर सबसे ज्यादा वोटर पाटीदार समाज के हैं. इसमें पाटीदार वोटर 37.7 फीसदी, ठाकोर 16.2 फीसदी, क्षत्रिय 11.6 फीसदी, दलित 11.5 फीसदी, ओबीसी 13.8 फीसदी और ब्राह्मण 4.0 फीसदी हैं. इस सीट पर करीब 70 हजार पाटीदार वोटर हैं.
पानी और बिजली की समस्या
बीजापुर विधानसभा सीट की सबसे बड़ी समस्या पानी की है. यहां 10 साल पहले नहर का काम शुरू किया गया था. वो आज तक पूरा नहीं हो सका है.
ऐसी हालात में किसान खेती छोड़ने को मजबूर हो रहे हैं. किसानों के पास खेती अलावा दूसरे रोजगार का कोई विकल्प नहीं है. दूसरी ओर कृषि उत्पादों के दाम स्थिर नहीं होने से किसान सरकार से नाराज हैं. साथ ही किसानों और वहां के लोगों को पानी के अलावा बिजली की समस्या से भी जूझना पड़ रहा है.