गुजरात में जोर शोर से विधानसभा चुनाव लड़ रही आम आदमी पार्टी सूरत में लगे झटके के बाद अलर्ट पर आ गई है. AAP ने अपने सभी सीटों के प्रत्याशियों को अज्ञात जगह पर शिफ्ट कर दिया है. आम आदमी पार्टी का कहना है कि उम्मीदवारों को ट्रेनिंग देने के लिए ले जाया गया है. गुजरात में नामांकन वापस लेने की आज आखिरी तारीख है.
दरअसल, आम आदमी पार्टी के सूरत से उम्मीदवार कंचन जरीवाला ने बुधवार को अपना नामांकन वापस ले लिया था. इससे पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया समेत तमाम आप नेताओं ने बीजेपी पर कंचन जरीवाला का अपहरण करने का आरोप लगाया था. लेकिन कंचन जरीवाला ने किडनैपिंग समेत तमाम आरोपों को खारिज कर दिया था.
आप ने कहा- उम्मीदवारों की ट्रेनिंग हो रही
गुजरात में आम आदमी पार्टी के उम्मीदवारों को अज्ञात जगह पर शिफ्ट करने की खबरों पर आम आदमी पार्टी ने प्रतिक्रिया दी है. आप ने कहा कि उम्मीदवारों को कहीं ले जाने की बात गलत है. नामांकन भरने के बाद सभी उम्मीदवारों की बूथ लेवल और चुनाव संबंधी ट्रेनिंग हो रही है. उम्मीदवारों को राजकोट और सूरत में बूथ मैनेजमेंट कैंपेन संबंधित ट्रेनिंग दी जा रही है .
जरीवाला ने कहा- गुटबाजी के चलते वापस लिया नामांकन
जरीवाला ने आजतक' से बातचीत में कहा था कि उन्होंने किसी के दबाव में नामांकन वापस नहीं लिया है और ना इसके लिए उनका या उनके परिवार का अपहरण किया गया था. पार्टी की अंदरूनी गुटबाजी और लोगों के आम आदमी पार्टी के खिलाफ आने वाले ओपिनियन के चलते और पारिवारिक कारणों के चलते नामांकन वापस लिया है. उन्होंने कहा था कि मेरा फॉर्म भरने के बाद मैंने लोगों से और समाज के लोगों से बात की. मैंने अपने चुनाव प्रचार के दौरान भी लोगों से बात की. उन्होंने कहा कि वो मेरा इसलिए सपोर्ट नहीं करेंगे, क्योंकि मैं आम आदमी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ रहा हूं. मैं अपने समाज के लोगों के पास गया तो उन्होंने बोला कि ये राष्ट्रीय विरोधी पार्टी है. इसलिए मैं मानसिक तनाव में चला गया था. इसलिए मैंने उम्मीदवारी वापस लेने का मन बनाया.
सिसोदिया ने केंद्रीय चुनाव आयुक्त को लिखी चिट्ठी
उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने केंद्रीय चुनाव आयुक्त से बीजेपी की शिकायत करते हुए एक चिट्ठी लिखी है. जिसमें उन्होंने आरोप लगाया कि गुजरात की सूरत इस सीट के आम आदमी पार्टी उम्मीदवार कंचन जरीवाला का बीजेपी ने पहले नामांकन रद्द कराने की कोशिश की और जब नामांकन रद्द नहीं करा पाई तो बीजेपी यहीं नहीं रुकी, बल्कि कंचन जरीवाला और उनके परिवार को धमकी देने लगी. पुलिस के साथ मिलकर बीजेपी के लोग कंचन जरीवाला को नॉमिनेशन सेंटर लेकर आए और नामांकन वापस करवाया.