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गुजरात: 'बीजेपी के लिए आप वनवासी, हमारे लिए आदिवासी', राहुल गांधी का सियासी दांव

गुजरात चुनाव में सक्रिय हो चुके राहुल गांधी ने सौराष्ट्र इलाके में आदिवासियों पर जोर देकर बड़ा सियासी दांव चल दिया है. इस इलाके में आदिवासी निर्णायक भूमिका निभाते हैं, ऐसे में बीेजेपी पर निशाना साध राहुल ने बड़ा संदेश देने का प्रयास किया है. जोर देकर कहा गया है कि बीजेपी के लिए आदिवासी सिर्फ वनवासी हैं.

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कांग्रेस नेता राहुल गांधी
कांग्रेस नेता राहुल गांधी

गुजरात चुनाव के प्रचार से अब तक दूर चल रहे कांग्रेस नेता राहुल गांधी अब जमीन पर सक्रिय हो गए हैं. सोमवार को उन्होंने राजकोट और सूरत में जनसभा को संबोधित किया है. उनकी तरफ से आदिवासी वोटबैंक पर खासा जोर दिया गया और उनका पूरा संबोधन भी इसी के इर्द-गिर्द रहा.

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राहुल गांधी का आदिवासी वाला दांव

राहुल गांधी ने आदिवासियों का जिक्र करते हुए कहा कि आदिवासी तो हमेशा से यहां रह रहे हैं. ये एक गंभीर मामला है. आप ही यहां के असल मालिक हैं. बीजेपी वाले तो आपको वनावसी कहते हैं, वो आपको आदिवासी नहीं कहते. वो ये कभी नहीं कहेंगे कि ये जमीन आपकी है. वे तो ये कहते हैं कि आप जंगल में रहते हैं. वे नहीं चाहते कि आप भी शहरी इलाकों में रहें, आपके बच्चे इंजीनियर या डॉक्टर बने. वे तो उल्टा आपकी जमीनों पर भी कब्जा करना चाहते हैं. अगर ऐसे ही चलता रहा तो अगले 10 साल में ये सारी जमीन कुछ उद्योगपतियों के हाथ में होंगी और आपके पास रहने के लिए कोई जगह नहीं बचेगी.

राहुल ने रैली में इस बात पर भी जोर दिया कि कांग्रेस ही आदिवासियों की रक्षा के लिए फॉरेस्ट राइट एक्ट लेकर आई थी. इसके जरिए ही आपको आपकी जमीन वापस करने की तैयारी थी. लेकिन बीजेपी ने इस कानून को कभी लागू ही नहीं होने दिया. रैली के दौरान दौरान राहुल गांधी ने अपनी दादी इंदिरा गांधी का भी जिक्र किया. उन्होंने बताया कि बचपन में वे एक किताब पढ़ा करते थे- Tendu - adivasi bachha. उन्हें उस किताब के जरिए ही पता चला था कि आदिवासी ही इस देश के असल मालिक हैं. 

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सौराष्ट्र में कांग्रेस की रणनीति डीकोड

अब सौराष्ट्र इलाके में राहुल गांधी का यूं आदिवासियों की बात करना कोई आकस्मिक नहीं है. असल में इस क्षेत्र में हमेशा से ही कांग्रेस की मजबूत कड़ी आदिवासी वोटबैंक रहा है. एक तरफ बीजेपी पाटीदार समाज पर अपना जोर देती है तो दूसरी तरफ कांग्रेस आदिवासी समाज को अपने पाले में करने की कोशिश करती है. 2017 के विधानसभा चुनाव में सौराष्ट्र क्षेत्र में कांग्रेस का शानदार प्रदर्शन रहा था, बीजेपी से भी बेहतर परफॉर्म किया गया था. तब 54 विधानसभा सीटों में से कांग्रेस ने 30 पर जीत दर्ज की थी. बड़ी बात ये है कि इन्हीं आदिवासी बहुल सीटों पर इस बार आम आदमी पार्टी भी पूरी ताकत झोंक रही है, ऐसे में कांग्रेस के सामने पिछला प्रदर्शन दोहराना एक चुनौती साबित हो सकता है.

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