हिमाचल में शपथ ग्रहण पूरा हो गया है और अब गुजरात की बारी है. भूपेंद्र पटेल लगातार दूसरी बार गुजरात में सीएम पद की शपथ लेने जा रहे हैं. गांधीनगर विधानसभा परिसर में शपथग्रहण की तैयारी चल रही है. सोमवार 12 दिसंबर को दोपहर 2 बजे नई सरकार का शपथग्रहण होगा. जानकारी के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री और कई केंद्रीय मंत्री शपथ ग्रहण कार्यक्रम में शामिल होंगे. साथ ही यूपी की राज्यपाल और गुजरात की पूर्व मुख्यमंत्री आनंदी बेन पटेल, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा समेत बीजेपी शासित राज्यों के कई मुख्यमंत्री शामिल होंगे.
बता दें कि एक दिन पहले ही भूपेंद्र पटेल और गुजरात बीजेपी अध्यक्ष सीआर पाटील दिल्ली पहुंचे थे और पीएम मोदी से मुलाकात की. पीएम आवास पर बैठक में गृहमंत्री शाह भी शामिल हुए थे. माना जा रहा है कि इस बैठक में गुजरात के मंत्रिमंडल को लेकर चर्चा हुई. इन सबके बीच कुछ नाम भी सामने आए हैं. करीब 20-22 चेहरों को मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है. जिनमें 9 कैबिनेट और बाकी राज्य मंत्री बनाए जा सकते हैं. युवा, महिला और अनुभवी चहरों के आधार पर सरकार में मंत्री मंडल का गठन किया जाएगा. इस दौरान कई संभावित नाम सामने आ रहे हैं, जिन्हें बौतर मंत्री कैबिनेट में शामिल किया जा सकता है. आइए जानते हैं कौन हैं वो चेहरे-
ऋषिकेश पटेल
ऋषिकेश पटेल एक साल के लिए बनी भूपेंद्र पटेल सरकार में आरोग्य मंत्री थे. पाटीदार होने की वजह से और उत्तर गुजरात से होने की वजह से पाटीदार नेतृत्व को लेकर उन्हें कैबिनेट मंत्री के तौर पर एक बार फिर सरकार में स्थान मिल सकता है.
कुंवरजी बावलिया
कुंवरजी बावलिया कोली समाज के बड़े नेता के तौर पर जाने जाते हैं. वह विजय रुपानी सरकार में कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं.
जयेश रादडिया
विठ्ठल रादडिया के बेटे और सौराष्ट्र में को-ऑपरेटिव सेक्टर में बड़ा नाम रखने वाले जयेश रादडिया विजय रुपानी सरकार में बतौर कैबिनेट मंत्री थे. हालांकि भूपेंद्र सरकार में उन्हें पहले जगह नहीं मिली थी.
गणपत वसावा
आदिवासी नेता और आंनदी बेन सरकार से लेकर विजय रुपानी सरकार में बतौर मंत्री के तौर पर सरकार में काम कर चुके गणपत वसावा को इस बार भूपेंद्र सरकार के कैबिनेट में जगह मिल सकती है.
रमणलाल वोरा
रमणलाल वोरा मोदी सरकार में मंत्री थे. लेकिन 2017 का चुनाव हार गये थे. इस बार इडर सीट से चुनाव लड़कर जीते हैं. सरकार चलाने का अनुभव होने की वजह से उनका नाम कैबिनेट मंत्री के तौर पर चर्चा में है.
राधवजी पटेल
राधवजी पटेल भूपेंद्र पटेल सरकार में कृषिमंत्री के तौर पर काम कर चुके हैं. उन्हें इस बार भी मंत्री मंडल में स्थान मिल सकता है.
कनु देसाई
दक्षिण गुजरात से आने वाले कनु देसाई भूपेंद्र पटेल सरकार में बतौर वित्तमंत्री के तौर पर काम कर चुके हैं. इस बार भी उन्हें कैबिनेट में जगह मिल सकती है.
हर्ष संधवी
हर्ष संधवी युवा और दक्षिण गुजरात से आते हैं. भूपेंद्र पटेल सरकार में बतौर गृहमंत्री के तौर पर कार्य करते थे. हर्ष संधवी पिछले एक साल में लगातार अपने काम को लेकर चर्चा में रहे.
किरीट सिंह राणा
किरीट राणा भूपेंद्र पटेल सरकार में कैबिनेट मंत्री के तौर पर शामिल थे. शंकर चौधरी आनंदी बेन पटेल सरकार में शंकर चौधरी मंत्री थे. हालांकि वह 2017 में चुनाव हार गये थे. इस बार थराद सीट से चुनाव जीता है. उन्हें भी मंत्रीमंडल में शामिल किया जा सकता है.
ये नाम भी दौड़ में शामिल
इनके अलावा महिला मंत्री के तौर पर पायल कुकरानी या मनीषा वकिल को जगह मिल सकती हैं. साथ ही बीजेपी से पहली बार चुनाव जीतने वाले अल्पेश ठाकोर को भी मंत्री मंडल में जगह की संभावना जताई जा रही है. हालांकि हार्दिक पटेल के नाम को लेकर कहा जाता है कि फिलहाल उनके मंत्री बनने की संभावना ना के बराबर है. इसके साथ ही पहली बार आदिवासी इलाके से चुनाव जीतने वाले आदिवासी नेता को भी मंत्री मंडल में स्थान मिलने की संभावना जताई जा रही है. जिसमें जीतु चौधरी, नरेश पटेल, पी.सी.बरांडा (पूर्व आईपीएस) जैसे नेता को भी स्थान मिल सकता है.