scorecardresearch
 

Gujarat Panchayat Aajtak: राहुल की भारत जोड़ो यात्रा पर बोले अमित शाह- मैं सार्वजनिक जीवन में परिश्रम का समर्थक

Gujarat Panchayat Aajtak: गुजरात चुनाव एक तरफ करीब आ रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा भी तेजी से आगे बढ़ रही है. अब गृह मंत्री अमित शाह ने इस यात्रा को लेकर कहा है कि वे सार्वजनिक जीवन में परिश्रम का समर्थक हैं.

Advertisement
X
गृह मंत्री अमित शाह
गृह मंत्री अमित शाह

गुजरात चुनाव के सबसे बड़े सियासी कार्यक्रम पंचायत आजतक में गृह मंत्री अमित शाह ने साफ कर दिया है कि एक बार फिर राज्य में बीजेपी की सरकार बनने वाली है. उन्हें पूरा भरोसा है कि पिछले सारे रिकॉर्ड टूट जाएंगे. गृह मंत्री ने इंटरव्यू में कांग्रेस नेता राहुल गांधी और उनकी भारत जोड़ो यात्रा पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी है.

Advertisement

अमित शाह ने कहा है कि जो भी सार्वजनिक जीवन में परिश्रम करता है, वे उसका समर्थन करते हैं, वे इस बात के समर्थक हैं. जनता तय करेगी कि वो कितना सफल होंगे. हमारा भरोसा तो हमारी विचारधारा पर है. गृह मंत्री ने इस बात पर भी जोर दिया कि गुजरात में इस बार कोई त्रिकोणीय मुकाबला नहीं है. मुकाबला सीधे कांग्रेस से ही होने वाला है. वे कहते हैं कि हर बार हम ही चुनाव जीते हैं, 1990 के बाद एक भी चुनाव बीजेपी नहीं हारी. जनता ने हमें ही आशीर्वाद दिया है. ऐसा नहीं है कि त्रिकोणीय मुकाबला पहली बार हो रहा है. जब नतीजे आएंगे तभी पता चलेगा कि ये त्रिकोणीय है या नहीं.

वैसे इस बार गुजरात चुनाव में युवा वोटर काफी अहम माने जा रहे हैं. उनको लेकर कहा जा रहा है कि उनके बीच में आम आदमी पार्टी भी एक विकल्प बन सकती है क्योंकि उन्होंने सिर्फ बीजेपी की सरकार देखी है. इस तर्क से गृह मंत्री सहमत नजर नहीं आते हैं. वे कहते हैं कि गुजरात के युवाओं ने कांग्रेस का शासन नहीं देखा लेकिन उन्होंने कांग्रेस की देश में सरकार देखी है जिसने 12 लाख करोड़ का भ्रष्टाचार किया है. युवाओं ने मोदी का आठ साल का कार्यकाल भी देखा है. गुजरात के युवाओं को कम मत आकिए. गुजरात का युवा जानता है कि कांग्रेस शासन में 250 से ज्यादा दिन कर्फ्यू रहता था. पहले विकास सिर्फ अहमदाबाद तक सीमित रह गया था. अब हमने विकास को हर तरफ पहुंचाया है. गुजरात में अब बहुत कम गांव ऐसे जहां पर बैंक नहीं है.

Advertisement

गृह मंत्री ने अपने इंटरव्यू में इस बात पर भी जोर दिया कि नरेंद्र मोदी उनका सबसे बड़ा चेहरा है, इसलिए उन्हें आगे किया जाता है. वे कहते हैं कि मुझे तो मेरे सर्वोच्च नेता का ही नाम लेना पड़ेगा. मैं क्या सभी 182 विधायकों का नाम ले सकता हूं. हमारे पांच बार के चुनाव में प्रत्याशी उठाकर देख लीजिए. 40 के करीब तो हमने प्रत्याशी हर बार बदले हैं. ये कोई नई बात नहीं है.

Advertisement
Advertisement