Gujarat Panchayat Aajtak: गुजरात के अहमदाबाद में पंचायत आजतक के मंच पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने शिरकत की. इस दौरान अमित शाह ने कहा कि इस बार बीजेपी सबसे ज्यादा मत प्रतिशत और सबसे ज्यादा सीट प्राप्त करने का रिकॉर्ड बनाएगी. अमित शाह ने कहा कि गुजरात के युवाओं ने देश में कांग्रेस की सरकार देखी है. साथ ही 8 साल से नरेंद्र मोदी सरकार को भी देखा है. जिसने न केवल देश की अर्थव्यवस्था को 11 नंबर से 5वें नंबर पर पहुंचाया है. देश की सीमाओं को सुरक्षित किया है. भारत का सिर दुनियाभर में ऊंचा किया है. इकॉनोमी को लेकर अमित शाह ने कहा कि चश्मा बदलने की जरूरत है, ये V शेप ग्रोथ है.
अमित शाह ने कहा कि कोरोना के समय दुनियाभर में मंदी का असर देखा गया, लेकिन सबसे कम असर भारत में देखा गया. हम भारतीय अर्थतंत्र को कम से कम मंदी के साथ मैनेज करेंगे. गरीबी रेखा के मामले में गृहमंत्री ने कहा कि हम तेजी से इससे उबर रहे हैं.भारत का अर्थतंत्र तेजी से बढ़ रहा है.
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पंचायत आजतक में अमित शाह ने कहा कि यही गुजरात है कि 365 में से 250 दिन कर्फ्यू रहता था. उन्होंने कहा कि अब गुजरात को विकास के रास्ते पर ले जाने का काम हुआ है. उन्होंने कहा कि हम हर बार चुनाव जीते हैं. हर बार गुजरात की जनता ने हमें आशीर्वाद दिया है. साथ ही कहा कि नतीजे आने पर ही पता चलेगा कि त्रिकोणीय जंग हुई या नहीं. उन्होंने कहा कि लड़ाई कांग्रेस और बीजेपी के बीच में है. बीजेपी ने कोई भी फ्रंटल अटैक नहीं किया है. लेकिन जब आरोप लगते हैं तो जवाब देने का हमारा दायित्व है.
केजरीवाल को लेकर अमित शाह ने कहा कि हमें कुछ भी करने की जरूरत नहीं. 8 दिसंबर को जनता अपना फैसला सुना देगी. डेमोक्रेसी मेच्योर हो चुकी है. मेरा दायित्व है कि सभी गुजराती जीतें. जो भी सीट कमजोर होगी, मैं वहां पूरी ताकत लगाउंगा.
हिमाचल को लेकर अमित शाह ने कहा कि वहां हमारी पूर्ण बहुमत की सरकार बनने जा रही है. पहड़ी राज्यों की राजनीति अलग होती है. वहां निर्दलीय जीतना भी सरल होता है. ये पुरानी परंपरा है.
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यूनिफॉर्म सिविल कोड पर अमित शाह ने कहा कि जब से हमारी पार्टी बनी है तब से हमारा मुद्दा है. इन्हीं मुद्दों के आधार पर श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने उद्योग मंत्री के पद से इस्तीफा देकर भारतीय जन संघ की स्थापना की. एक भी घोषणा पत्र ऐसा नहीं है, जिसमें हमने यूनिफॉर्म सिविल कोड की बात नहीं की हो. पंथ निरपेक्ष देश में कानून का आधार धर्म नहीं हो सकता. हमारे संविधान निर्माताओं ने भी कहा कि जब कभी भी अनुकूलता हो देश के विधान मंडलों और संसद ने यूनिफॉर्म सिविल कोड लाना चाहिए.
क्या गांधीनगर की सरकार दिल्ली से चलती है. इस पर अमित शाह ने कहा कि ऐसा संभव नहीं है. ऐसा संविधान भी परमिट नहीं करता. भूपेंद्र पटेल ने जिस बात को आगे बढ़ाया उसे शिद्दत से पूरा किया गया है. उन्होंने हर क्षेत्र में अच्छा परफॉर्म किया है.
2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए विपक्षी एकजुटता पर अमित शाह ने कहा कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ता. वो अपने-अपने राज्य में हमारे खिलाफ लड़ रहे हैं. चुनाव में एकजुट हो जाते हैं, बाद में अलग हो जाते हैं. उन्होंने कहा कि बंगाल में ममता बनर्जी हमारे खिलाफ लड़ ही रही हैं.
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