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Gujarat Chunav: गुजरात की हिम्मतनगर विधानसभा सीट, जीत दोहरा पाएगी बीजेपी या होगा बदलाव!

Gujarat Vidhansabha Election: साल 1992 में बाबरी विध्वंस के बाद गुजरात में राजनीतिक समीकरण काफी बदले. उस समय गुजरात में बीजेपी ने पहली बार सरकार बनाई और हिम्मतनगर सीट पर पाटीदारों का एकछत्र शासन भी समाप्त हो गया. क्षत्रिय समाज के रणजीत सिंह चावड़ा पहली बार यहां विधायक चुने गए थे. वहीं, पिछले चुनाव में यहां से बीजेपी ने जीत दर्ज की थी.

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गुजरात विधानसभा चुनाव, सांकेतिक तस्वीर
गुजरात विधानसभा चुनाव, सांकेतिक तस्वीर

गुजरात विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान तो अभी नहीं हुआ है लेकिन सियासी रण तैयार हो चुका है. वादों-दावों और आरोप-प्रत्यारोप के साथ ही जनता को अपने पक्ष में करने के लिए सियासी दल जुटे हुए हैं. ऐसे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं साबरकांठा जिले की हिम्मतनगर विधानसभा सीट के बारे में. आइए जानते हैं क्या हैं इस सीट के सियासी समीकरण.

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मतदाता समीकरण  
साल 2011 की जनगणना के मुताबिक, इस सीट की कुल आबादी 3 लाख 40 हजार 710 है. जिसमें 70.29 फीसदी ग्रामीण और 29.71 फीसदी शहरी हैं. कुल जनसंख्या में अनुसूचित जाति (एससी) 10.19 प्रतिशत और अनुसूचित जनजाति (एसटी) 2.87 हैं. चुनाव के लिहाज से देखें तो इस क्षेत्र में 2 लाख 61 हजार 278 मतदाता हैं. 

सियासी समीकरण 
गौरतलब है कि साल 1992 में बाबरी विध्वंस के बाद गुजरात में राजनीतिक समीकरण काफी बदले. उस समय गुजरात में बीजेपी ने पहली बार सरकार बनाई और हिम्मतनगर सीट पर पाटीदारों का एकछत्र शासन भी समाप्त हो गया. क्षत्रिय समाज के रणजीत सिंह चावड़ा पहली बार यहां विधायक चुने गए. साल 2012 के चुनाव में इस सीट पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की थी. लेकिन कांग्रेस से जीतने वाले राजू चावड़ा 2014 में भाजपा में शामिल हो गए और उपचुनाव में साल 2017 में वह बीजेपी से लड़े थे. यहां उनको जीत मिली लेकिन जीत का मार्जिन काफी कम था. 

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