भावनगर जिले के महुवा विधानसभा क्षेत्र को भाजपा का गढ़ माना जाता है. वर्ष 1998 से भाजपा ने यहां अपनी जड़ें मजबूत की हैं. वर्ष 1962 में पहली बार इस विधानसभा सीट चुनाव में पीएसपी के जसवंतराय मेहता ने कांग्रेस उम्मीदवार रसिकलाल शुक्ला को 21 हजार 407 वोटों से पटखनी देकर जीत दर्ज की थी.
महुवा विधानसभा सीट पर कुछ चुनावों में व्याप्त राजनीतिक जागरूकता के कारण कोली समुदाय के अधिकांश लोगों ने प्रभावशाली भूमिका निभाई है. नतीजतन कोली समाज के उम्मीदवारों ने महुवा, पलिताना और भावनगर-ग्रामीण सीटों पर जीत हासिल की है. इसके अलावा लोकसभा का विजयी उम्मीदवार भी कोली समुदाय से आते हैं.
महुवा विधानसभा सीट से 2017 के विधानसभा चुनाव में आरसी मकवाना ने जीत दर्ज की थी. वहीं, 2012 के चुनाव उनकी पत्नी भावनाबेन मकवाना ने जीत अपने नाम की थी. इस तरह महुवा विधानसभा सीट पर पिछले 10 साल से पति-पत्नी का कब्जा रहा है. इन्हीं वजहों से भाजपा के वरिष्ठ नेताओं को चुनाव लड़ने का मौका नहीं मिला है. इसको लेकर महुवा में भाजपा नेताओं के बीच व्यापक विरोध भी देखा गया है.