गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले, गुजरात में पंचायत आजतक का मंच सजा. इसमें गुजरात चुनाव के कद्दावर नेताओं ने शिरकत की. कार्यक्रम में देश के गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) भी मौजूद थे. उन्होंने गुजरात में बीजेपी की स्थिति पर अपने विचार रखे.
अमित शाह से सवाल किया गया कि इस लड़ाई को आप कांग्रेस और बीजेपी के तौर पर देखते हैं या ये एक त्रिकोणीय मुकाबला है? इस सवाल पर उन्होंने जवाब दिया कि हर बार हम ही चुनाव जीते हैं, 1990 के बाद एक भी चुनाव बीजेपी नहीं हारी. जनता ने हमें ही आशीर्वाद दिया है. ऐसा नहीं है कि त्रिकोणीय मुकाबला पहली बार हो रहा है. जब नतीजे आएंगे तभी पता चलेगा कि ये त्रिकोणीय है या नहीं.
उन्होंने कहा कि दिखाई पड़ने वाला त्रकोणीय मुकाबला चार बार हुआ, जब शंकर सिंह वाघेला और केशू भाई पटेल ने अपनी पार्टी बनाई थी. इससे पहले चीमन भाई पटेल ने अपनी पार्टी बनाई और कांग्रेस के बड़े नेता रतु भाई अडानी ने भी पार्टी बनाई थी. लेकिन चारों ही बार, जनता ने द्विपक्षीय जंग को ही ठप्पा लगाया. इस बार भी लड़ाई भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बीच में है.
फिर आम आदमी पार्टी पर अटैक क्यों?
अगर जंग सिर्फ बीजेपी और कांग्रेस के बीच में है, तो आप पर अटैक क्यों? इस सवाल पर अमित शाह ने कहा कि हमने ऐसा कोई फ्रेंटल अटैक नहीं किया. हम सकारात्मक बात करते हैं. लेकिन सार्वजनिक जीवन में जब आरोप लगते हैं, तो आरोप का जवाब देने का हमारा दायित्व है. जनता के सामने दूध का दूध और पानी का पानी होना चाहिए. झूठे और मनगढ़ंत आरोपों के आधार पर कोई चुनाव लड़ना चाहता है, तो हमारा दायित्व है कि हम इसकी स्पष्टता करें.