गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए माहौल पूरी तरह से बन चुका है. राज्य में जमकर प्रचार हो रहा है, इस बीच गुजरात चुनाव के कद्दावर नेता पंचायत आजतक एक मंच पर शिरकत कर रहे हैं. कार्यक्रम में बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी (Sudhanshu Trivedi) और कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता आलोक शर्मा (Alok Sharma) ने भी हिस्सा लिया.
कांग्रेस के नेता आलोक शर्मा ने मोरबी हादसे पर बीजेपी को घेरा. उन्होंने विकास पर बात करते हुए कहा कि विकास का सबसे बड़ा उदाहरण मोरबी का पुल है. इससे बड़ा विकास क्या हो सकता है? यहां ठेकेदारी प्रथा ने सैकड़ों लोगों को लील लिया. एक भी व्यक्ति ने जिम्मेदारी नहीं ली, एक भी व्यक्ति सस्पेंड नहीं हुआ, प्राइम एक्यूज़ का नाम FIR में नहीं आया.
क्या ये है विकास?
उन्होंने आगे कहा कि कोरोना में शवदाह ग्रह की भट्टी पिघलकर गिर गई थी, सूरत में तीसरी मंजिल तक फायर ब्रिगेड की गाड़ी नहीं पहुंच पाई और कोचिंग के 35 बच्चे मारे गए. इन सालों में एक होस्पिटल की नींव नहीं रखी गई. मोदी जी के आने के बाद से कोई मेडिकल कॉलेज नहीं बना. ये है विकास? उन्होंने यह भी कहा कि मोदी जी जब आए तो गुजरात पर 10 हजार करोड़ का कर्ज था, अब 4 लाख करोड़ का कर्ज है. बेरोजगारी को 2 लाख से 40 लाख पर पहुंचा दिया गया.
'सरकार ने संवेदनशीलता के साथ काम किया'
मोरबी और सूरत पर जब बीजेपी प्रवक्ता से सवाल किया गया, तो सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि मोरबी की घटना बहुत दुखद थी, लेकिन सरकार ने संवेदनशीलता के साथ काम किया. पीएम ने जाकर जिला स्तर पर समीक्षा बैठक की. ऐसा कभी किसी प्रधानमंत्री ने नहीं किया.
मोरबी हादसे का जिम्मेदार कौन?
सुधांशु त्रिवेदी से सवाल किया गया कि मोरबी हादसे का जिम्मेदार कौन है? जिम्मेदारी की बात पर उन्होंने भोपाल गैस हादसे का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि भोपाल गैस हादसे के आरोपी को सरकारी विमान से दिल्ली भेजा गया था. इसलिए कोई हादसे के होने पर पीड़ितों के प्रति किसी की कितनी संवेदनशीलता होती है उसका अंतर देश की जनता और प्रदेश की जनता को पता है.
'कार्यवाई अधिकारियों पर भी हुई, बचने वाला कोई नहीं!'
सुधांशु त्रिवेदी से सवाल किया गया कि इस हादसे का जिम्मेदार कौन है और पुलिस की जांच कहां तक पहुंची है. इसपर सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि पुलिस की जांच कहां तक पहुंची इसका जवाब तो पुलिस का ही कोई अधिकारी दे सकता है. लेकिन जांच तुरंत हुई और तेजी से हुई है. कार्यवाई अधिकारियों पर भी हुई है और बचने वाला कोई नहीं है. यहां किसी को हवाई जहाज नहीं मिलने वाला कि वो अगल बगल से निकल जाए.