1971 युद्ध के बाद इंदिरा गांधी को देश का सबसे शक्तिशाली नेता मान लिया गया था. उस समय छात्रों के दिलों में गुस्सा भी सुलग रहा था, क्योंकि उस समय देश में भ्रष्टाचार, महंगाई और बेरोजगारी का मुद्दा था पर इंदिरा गांधी इन चीजों से बेपरवाह थीं. उस समय पैसों से संगठन और संगठन से सत्ता की सोच हावी थी. उन सभी राज्यों से संगठने के लिए पैसे मांगे जा रहे थे जहां कांग्रेस की सरकार थी और ऐसे में इंदिरा गांधी का फरमान गुजरात के सीएम चिमन भाई पटेल को भी मिला. उसके बाद एलडी इंजिनियरिंग छात्रों ने आंदोलन किया क्योंकि सीएम चिमन भाई पटेल ने मेस बिल में 1 रुपय की बढ़ोतरी कर दी थी. देखें 1974 का वो दौर जब गुजरात के 44 शहरों में लगा था कर्फ्यू.