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हरियाणा चुनाव जारी: चौटाला परिवार के चार सदस्यों की राजनीतिक जमीन दांव पर

हरियाणा के जींद जिले की उचाना कलां सीट हाई प्रोफाइल सीटों में से एक मानी जाती है. इनेलो से बगावत कर अलग पार्टी बनाने वाले अजय चौटाला के पुत्र दुष्यंत चौटाला जेजेपी से चुनावी ताल ठोक रहे हैं

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Haryana Election 2019
Haryana Election 2019

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  • राज्य में वोटिंग जारी है और नतीजे 24 अक्टूबर को आएंगे
  • अभय चौटाला एक बार फिर से ऐलानाबाद सीट से मैदान में

हरियाणा विधानसभा चुनाव में चौटाला परिवार के चार सदस्य चुनावी मैदान में उतरे हैं. इनमें इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) से अभय चौटाला चुनाव लड़ रहे हैं तो दुष्यंत चौटाला और उनकी मां नैना चौटला जननायक जनता पार्टी से मैदान में हैं. जबकि, परिवार के चौथे सदस्य देवीलाल के पोते आदित्य चौटाला बीजेपी से ताल ठोक रहे हैं. राज्य में वोटिंग जारी है और नतीजे 24 अक्टूबर को आएंगे.  

उचाना कलां विधानसभा सीट

हरियाणा के जींद जिले की उचाना कलां सीट हाई प्रोफाइल सीटों में से एक मानी जाती है. इनेलो से बगावत कर अलग पार्टी बनाने वाले अजय चौटाला के पुत्र दुष्यंत चौटाला जेजेपी से चुनावी ताल ठोक रहे हैं,  जबकि बीजेपी ने मौजूदा विधायक प्रेम लता पर एक बार फिर भरोसा जताया है, जो राज्यसभा सदस्य चौधरी बीरेंद्र सिंह की पत्नी है. वहीं, कांग्रेस से बलराम कटवाल मैदान में उतारकर मुकाबले को त्रिकोणीय बना दिया है. बता दें कि 2014 विधानसभा चुनाव में उचाना कलां सीट से बीजेपी की प्रेमलता 79674 वोट हासिल कर विधायक चुनी गई थीं. जबकि दूसरे नंबर पर रहे इनेलो के दुष्यंत चौटाला को 72194 वोट मिले और तीसरे नंबर पर बसपा के रणधीर रहे थे. इस तरह से एक बार फिर दुष्यंत और प्रेम लता के बीच सियासी मुकाबला होता नजर आ रहा है.

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ऐलानाबाद विधानसभा सीट

सिरसा जिले की ऐलानाबाद विधानसभा सीट चौटाला परिवार की परंपरागत सीट मानी जाती है. ओम प्रकाश चौटाला की राजनीतिक विरासत संभाल रहे उनके छोटे बेटे अभय चौटाला एक बार फिर से ऐलानाबाद सीट से अपना दुर्ग बचाने उतरे हैं. जबकि बीजेपी ने पवन बेनीवाल को उतारा तो जेजेपी ने ओपी सिहाग पर दांव लगाकर चौटाला के सामने बड़ी चुनौती पेश कर दी है. बता दें कि 2014 विधानसभा चुनाव में ऐलानाबाद सीट से इनेलो के अभय सिंह चौटाला ने 69162 वोट हासिल कर जीत दर्ज की थी. जबकि नंबर पर रहे बीजेपी के पवन बेनीवाल को 57,623 वोट मिले और तीसरे नंबर पर कांग्रेस के रमेश थे. ऐसे में देखना होगा कि इस बार बदले हुए राजनीतिक समीकरण में अभय चौटाला अपनी परंपरागत सीट बचा पाएंगे.

डबवाली विधानसभा सीट

सिरसा जिले की डबवाली विधानसभा सीट चौटाला परिवार की परंपरागत सीटों में से एक है. देश के पूर्व उप प्रधानमंत्री ताऊ देवीलाल कुनबे की बहू और दुष्यंत चौटाला की मां नैना चौटाला विधायक हैं, लेकिन इस बार उन्होंने यह सीट छोड़ दिया है. बीजेपी ने डबवाली विधानसभा सीट से पूर्व उप प्रधानमंत्री देवीलाल के पोते आदित्य चौटाला को टिकट देकर इनेलो और जेजेपी दोनों पार्टियों की चिंता बढ़ा दी है. वहीं, कांग्रेस ने अमित सिहाग पर दांव लगाया है तो जेजेपी ने वरिष्ठ नेता सरबजीत सिंह मसिता को उतारा है. जबकि इनेलो ने डॉ. सीताराम पर भरोसा जताया है. बता दें कि 2014 के विधानसभा चुनाव मे डबवाली सीट से इनेलो के नैना चौटाला ने 68029 वोट हासिल करके जीत दर्ज की थी. जबकि, दूसरे नंबर पर रहे कांग्रेस के कमलवीर सिंह को 59484 वोट और तीसरे नंबर पर बीजेपी के देव कुमार शर्मा रहे थे.

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बाढ़डा विधानसभा सीट

नैना चौटाला ने इस बार मौजूदा सियासी समीकरणों के चलते अपना विधानसभा क्षेत्र बदला है. इस बार के विधानसभा चुनाव जेजेपी नेता नैना चौटाला डबवाली सीट के बजाय बाढ़डा क्षेत्र से किस्मत आजमा रही हैं. जबकि कांग्रेस ने नैना चौटाला को घेरने के लिए विधानसभा चुनाव में देश के पूर्व रक्षा मंत्री और हरियाणा के सीएम रहे बंसीलाल के बेटे रणबीर महेंद्रा को उतारकर उनके खिलाफ जबरदस्त घेराबंदी की है. रणबीर महेंद्र पहले भी मुंडल विधानसभा क्षेत्र से विधायक रह चुके हैं। रणबीर सिंह महेंद्र वर्ष 2004 से 2005 तक बीसीसीआई के अध्यक्ष भी रहे चुक हैं.

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