इस बार हरियाणा विधानसभा के चुनाव में 2014 के मुकाबले दागी उम्मीदवारों संख्या बढ़ गई है. दो उम्मीदवार ऐसे भी हैं जिन्होंने अपने खिलाफ बलात्कार का केस दर्ज होने की जानकारी दी है. अगर पार्टियों की बात करें तो कांग्रेस ने सबसे ज्यादा ऐसे लोगों को उम्मीदवार बनाया है जिनके खिलाफ आपराधिक मामले लंबित हैं, जबकि बीजेपी के पास ऐसे उम्मीदवार सबसे कम हैं.
इस बार चुनावी मैदान में उतरे 1138 उम्मीदवारों का विश्लेषण किया गया, जिनमें से 117(10%) प्रत्याशियों ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज होने की जानकारी दी है. हरियाणा विधानसभा 2014 में 1343 उम्मीदवारों में 94 (7%) के खिलाफ आपराधिक मामले लंबित थे. इस बार 70 (6%) उम्मीदवारों ने अपने खिलाफ गंभीर आपराधिक केस लंबित होने की जानकारी दी है. 2014 के चुनाव में 70 (5%) प्रत्याशियों ने अपने खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले लंबित होने की जानकारी दी थी.
पांच ऐसे प्रत्याशी हैं जिन्होंने महिलाओं के खिलाफ अपराध से संबंधित केस होने की जानकारी दी है. इनमें से दो के खिलाफ बलात्कार (आईपीसी की धारा 376) के तहत केस चल रहा है. पांच ऐसे प्रत्याशी हैं जिनके खिलाफ हत्या के प्रयास (आईपीसी की धारा 307) का केस है. 11 उम्मीदवारों ने खुद के खिलाफ सजायाफ्ता मामलों की घोषणा की है. 90 विधानसभाओं में से 15(17%) को अतिसंवेदनशील घोषित किया गया है.
बड़ी पार्टियों में कांग्रेस के 97 में से 13 (15%), बसपा के 86 में से 12 (14%), जननायक जनता पार्टी (JJP) के 87 में से 10 (11%), इनेलो के 80 में से 7 (9%) और बीजेपी के 89 में से 3 (3%) प्रत्याशियों ने अपने हलफनामे में अपने खिलाफ आपराधिक मामले लंबित होने की घोषणा की है.
इसके अलावा अगर संपत्ति की बात करें तो इसके लिए 1169 प्रत्याशियों का विश्लेषण किया गया, जिनमें से 481 (42%) करोड़पति हैं. 2014 के विधानसभा चुनाव में 1343 में से 563 (42%) करोड़पति थे. बड़ी पार्टियों में कांग्रेस के 87 में से 79 (91%) प्रत्याशी करोड़पति हैं. बीजेपी के 89 में से 79 (89%) करोड़पति हैं. JJP के 87 में से 62 (71%), इनेलो के 80 में से 50 (63%) उम्मीदवारों की संपत्ति एक करोड़ से ज्यादा है. हरियाणा विधानसभा चुनाव के प्रत्याशियों की संपत्ति का प्रति प्रत्याशी औसत निकाला जाए तो यह 4.31 करोड़ है, 2014 में 4.54 करोड़ थी.
हरियाणा इलेक्शन वॉच और एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) ने इस बार हरियाणा विधानसभा चुनाव में किस्मत आजमा रहे 1169 प्रत्याशियों में से 1138 के हलफनामे का विश्लेषण किया है.