हरियाणा विधानसभा चुनाव में अपनी-अपनी जमीन मजबूत करने के लिए शुक्रवार को सभी राजनीतिक दलों के दिग्गज मैदान में होंगे.
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी शुक्रवार को हरियाणा के महेंद्रगढ़ में चुनावी सभा को संबोधित करेंगी. सूत्रों के मुताबिक सोनिया की यह सभा महेंद्रगढ़ के गवर्नमेंट कॉलेज खेल परिसर में दिन में तीन बजे होगी जिसमें वह राज्य में पार्टी उम्मीदवारों के लिए वोट मांगेगी.
राहुल गांधी के इस्तीफे के उपरांत पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष बनने के बाद सोनिया की पहली चुनावी सभा होगी. इस जनसभा में कांग्रेस महासचिव एवं हरियाणा प्रभारी गुलाम नबी आजाद, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, प्रदेश कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष कुमारी शैलजा और कई स्थानीय नेताओं एवं उम्मीदवारों के मौजूद रहने की संभावना है.ॉ
भाजपा ने झोंकी पूरी ताकत
भारतीय जनता पार्टी ने हरियाणा में पूरी ताकत झोंक दी है. शुक्रवार को जहां कांग्रेस से सोनिया गांधी मैदान में होंगी तो वहीं भारतीय जनता पार्टी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, जनरल वीके सिंह, हेमा मालिनी, गौतम गंभीर और रवि किशन समेत कई सांसद और बड़े चेहरे जमीन पर नजर आएंगे.
पीएम मोदी दोपहर 12.30 बजे हरियाणा के गोहाना में रैली को संबोधित करेंगे और इसके बाद 2.30 बजे वो हिसार में लोगों को संबोधित करेंगे. उनके अलावा राजनाथ सिंह हरियाणा के झझर, फरीदाबाद और गुरुग्राम में विपक्ष पर निशाना साधेंगे और वोट की अपील करेंगे.
उनके अलावा जनरल वीके सिंह भिवानी में और गौतम गंभीर पहवा में रैली को संबोधित करेंगे. इनके अलावा मनोज तिवारी और हेमा मालिनी तीन-तीन रैलियों को संबोधित करेंगे.
90 सीटों के लिए करीब 1169 उम्मीदवार मैदान में
बता दें कि हरियाणा में 21 अक्टूबर को होने वाले विधानसभा चुनाव में इस बार 90 सीटों के लिए करीब 1169 उम्मीदवार चुनावी मैदान में अपनी किस्मत आजमाते नजर आएंगे. चुनाव में कड़ी प्रतिस्पर्धा कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच है.
इस बार भाजपा का लक्ष्य 75 सीटों पर जीत हासिल करने का है और पार्टी ने अनुच्छेद 370 को हटाने और नेशनल सिटीजंस रजिस्टर (एनआरसी) लाने को अपना हथियार बनाया है.
वहीं, कांग्रेस ने आर्थिक मंदी, बढ़ती बेरोजगारी और किसानों की बढ़ती परेशानी को मुद्दा बनाया है. चौटाला के नेतृत्व वाली इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) के साथ-साथ दुष्यंत चौटाला की जननायक जनता पार्टी (जजपा) भी प्रमुख दोनों दलों के वोटों को अपनी ओर खींचने की कोशिश कर रही है.
भाजपा और कांग्रेस पार्टी जहां सभी 90 सीटों पर चुनाव लड़ रही हैं, वहीं बसपा 87 सीटों पर चुनाव मैदान में है, जबकि इनेलो 81 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. वहीं, करीब 375 उम्मीदवार निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं.
निर्वाचन आयोग (ईसी) के डेटा के अनुसार, कुल 1169 उम्मीदवार इस बार मैदान में हैं, जिनमें 1064 पुरुष और 104 महिलाएं हैं, वहीं एक उम्मीदवार ट्रांसजेंडर है.