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तेज बहादुर यादव इज बैक, PM मोदी के बाद अब CM खट्टर को टक्कर देने का ऐलान

हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले से आने वाले तेज बहादुर यादव ने रविवार को दिल्ली में जेजेपी का दामन थामा. इस दौरान तेज बहादुर ने जेजेपी और दुष्यंत चौटाला का शुक्रिया अदा करते हुए बताया कि उन्हें करनाल से मुख्यमंत्री खट्टर के खिलाफ लड़ने के लिए चुना गया है. यानी वाराणसी से पीएम मोदी के खिलाफ नामांकन करने वाले तेज बहादुर यादव ने अब सीएम के सामने चुनाव लड़ने का ऐलान किया है.

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तेज बहादुर यादव (फोटो-IANS)
तेज बहादुर यादव (फोटो-IANS)

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  • जेजेपी में शामिल हुए बीएसएफ के पूर्व सिपाही तेज बहादुर
  • तेज बहादुर ने CM खट्टर के खिलाफ लड़ने का किया ऐलान
  • वाराणसी से PM नरेंद्र मोदी के खिलाफ किया था नामांकन

खाने की शिकायत से चर्चा में आने वाले सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के बर्खास्त सिपाही तेज बहादुर यादव ने अब हरियाणा की राजनीति में कदम रख दिया है. तेज बहादुर दुष्यंत चौटाला की जननायक जनता पार्टी (JJP) में शामिल हो गए हैं. दिलचस्प बात ये है कि नई पारी के आगाज के साथ ही तेज बहादुर ने ये ऐलान भी कर दिया है कि वो मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे. यानी 2019 के लोकसभा चुनाव में वाराणसी संसदीय सीट से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ नामांकन भरने वाले तेज बहादुर यादव ने अब मुख्यमंत्री खट्टर के खिलाफ हुंकार भरी है.

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हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले से आने वाले तेज बहादुर यादव ने रविवार को दिल्ली में जेजेपी का दामन थामा. पीटीआई के मुताबकि, इस दौरान तेज बहादुर ने जेजेपी और दुष्यंत चौटाला का शुक्रिया अदा करते हुए बताया कि उन्हें करनाल से मुख्यमंत्री खट्टर के खिलाफ लड़ने के लिए चुना गया है. यानी वाराणसी से पीएम के खिलाफ पर्चा भरने वाले तेज बहादुर यादव ने अब सीएम के सामने चुनाव लड़ने का ऐलान किया है.  हालांकि, पार्टी ने अभी तक तेज बहादुर को खट्टर के खिलाफ टिकट देने पर फैसला नहीं लिया है, लेकिन वो इसकी डिमांड कर रहे हैं.

नहीं लड़ पाए थे पीएम मोदी के खिलाफ चुनाव

तेज बहादुर ने 2019 के लोकसभा चुनाव में यूपी की वाराणसी सीट से पर्चा भरा था. तेज बहादुर को समाजवादी पार्टी ने टिकट दिया था. लेकिन गलत जानकारी देने का दावा करते हुए चुनाव आयोग ने तेज बहादुर का नामांकन रद्द कर दिया था और इस तरह वो चाहकर भी पीएम मोदी के खिलाफ चुनाव नहीं लड़ पाए थे.

खाने में शिकायत के बाद किया गया था BSF से बर्खास्त

दरअसल, तेज बहादुर यादव ने बीएसएफ में रहते हुए वहां के खाने की क्वालिटी पर सवाल उठाए थे. तेज बहादुर ने बाकायदा वीडियो रिकॉर्ड कर सोशल मीडिया पर शेयर किया था, जिसकी देशभर में चर्चा हुई थी. तेज बहादुर के इस कदम को बीएसएफ ने नियमों का उल्लंघन मानते हुए उन्हें बर्खास्त कर दिया था. इसके बाद से ही तेज बहादुर लगातार सरकार पर सवाल उठाते रहे हैं और बीएसएफ के फैसले को भी कोर्ट में चुनौती दी है.

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इसी कड़ी में वो पीएम मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने वाराणसी पहुंचे थे, लेकिन वहां मौका न मिलने के बाद अब तेज बहादुर ने हरियाणा विधानसभा चुनाव में न सिर्फ हाथ आजमाने का फैसला किया है, बल्कि सीधे तौर पर राज्य के मुखिया और बीजेपी के चुनावी चेहरे मनोहर लाल खट्टर को टक्कर देने की हुंकार भरी है.

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