बीजेपी हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस से सत्ता झटकने में कामयाब होती नजर आ रही है. इंडिया टुडे-एक्सिस-माय-इंडिया एक्जिट पोल के नतीजों के मुताबिक पर्वतीय राज्य में बीजेपी प्रचंड जीत हासिल करती नजर आ रही है. हिमाचल प्रदेश का हर पांच साल में सत्तारूढ़ पार्टी को सत्ता से बाहर करने की परम्परा रही है. एक्जिट पोल के मुताबिक ये चुनाव भी उस परम्परा का पालन करता नजर आ रहा है.
ये एक्जिट पोल विधानसभा के सभी 68 निर्वाचन क्षेत्रों में मतदाताओं के सभी वर्गों से सीधे राय लेने पर आधारित है. एक्जिट पोल के मुताबिक 68 सदस्यीय विधानसभा में बीजेपी को 47 से 55 सीट मिलने का अनुमान है. बता दें कि 2012 विधानसभा चुनाव में बीजेपी को महज 26 सीट से ही संतोष करना पड़ा था. कांग्रेस को हिमाचल प्रदेश में करारा झटका लगता दिख रहा है. ग्रैंड ओल्ड पार्टी को हिमाचल में 13-20 सीट मिलने का अनुमान है. पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को 36 सीट पर जीत हासिल हुई थी.
बीजेपी को 50 फीसदी वोट मिलने का अनुमान
एक्जिट पोल के मुताबिक बीजेपी को हिमाचल में 50 फीसदी वोट शेयर मिलने का अनुमान है. वहीं कांग्रेस को वोट शेयर 41 फीसदी मिलता दिख रहा है. बाकी 9 फीसदी वोट शेयर निर्दलीयों और अऩ्य दलों के खाते में जाता दिख रहा है.एक्सिस-माय-इंडिया एक्जिट पोल के तहत जिन प्रतिभागियों की राय ली गई उनमें से अधिकतर का मानना था कि जिस पार्टी की सरकार केंद्र में है, उसी पार्टी की सरकार राज्य में भी होनी चाहिए. साथ ही हिमाचल प्रदेश का पिछले कुछ दशकों से हर पांच साल में सत्तारूढ़ पार्टी को सत्ता से बेदखल करने का इतिहास रहा है. ये फैक्टर 83 वर्षीय वीरभद्र सिंह के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार के लिए भारी साबित होता दिख रहा है.
सवर्णों का जमकर समर्थन
एक्जिट पोल के आंकड़े दिखाते हैं कि ब्राह्म्ण, क्षत्रिय, राजपूत और बनिया वर्ग के मतदाताओं ने बीजेपी को थोक के भाव में समर्थन दिया है. इन चार वर्गों के मतदाताओं की हिमाचल के कुल मतदाताओं में हिस्सेदारी 50 फीसदी है.
क्षत्रिय-राजपूत वोट ब्लॉक में 55 फीसदी से ज्यादा और बनिया वर्ग में 60 फीसदी से ज्यादा मतदाताओं का वोट बीजेपी के खाते में जाता दिख रहा है.
हिमाचल में जन जातियों और दलितों ने कांग्रेस को तरजीह दी. हिमाचल में मुस्लिमों की कम आबादी है, उन्होंने भी कांग्रेस को अपना समर्थन देना पसंद किया. एससी/एसटी ब्लॉक का 54 फीसदी वोट और मुस्लिमों का 77 फीसदी वोट कांग्रेस के खाते में जाता दिख रहा है.
उज्ज्वला योजना का फायदा
एक्जिट पोल का ये संकेत भी है कि हिमाचल प्रदेश में गरीबों के लिए केंद्र सरकार की रसोई गैस योजना ने बीजेपी की संभावनाओं को काफी हद तक लाभ पहुंचाने में मदद की.
एक्सिस-माय-इंडिया एक्जिट पोल के आंकड़ो से पता चलता है कि बीजेपी सभी आयु वर्ग के वोटरों में कांग्रेस से कहीं आगे रही है. ये बात 18 से 60 या उससे ऊपर की आयु के मतदाताओं में समान रूप से दिखाई दे रही है.
एक्जिट पोल के लिए 23 समर्पित सर्वेक्षकों ने आंकड़े एकत्र किए. एक्जिट पोल का सैम्पल साइज 14,222 रहा.