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विकास के मुद्दे पर किसी भी मंच पर बहस कर लें PM मोदीः वीरभद्र सिंह

वीरभद्र सिंह ने कहा कि ये बेकार की बात है. क्राइटेरिया वंशवाद नहीं जनता की सेवा और जनता के वोट होना चाहिए. अगर मेरा बेटा या बेटी जनता की सेवा करता है, जनता उसको वोट देकर चुनती है तो फिर वंशवाद कहां? मैं खुद 6 बार हिमाचल का मुख्यमंत्री रहा हूं. ऐसे में क्या मुझ पर भी वंशवाद का आरोप लगेगा.

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हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोेदी
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोेदी

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हिमाचल के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह अपनी शख्सियत के लिए जाने जाते रहे हैं. उन्होंने चंद महीने पहले कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी समेत तमाम कांग्रेस के बड़े नेताओं को साफ-साफ कह दिया कि प्रदेश अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू को हटाया जाए. इसके बाद विवाद सोनिया-राहुल के दफ्तर तक पहुंचा.

सूत्रों के मुताबिक राहुल गांधी से हुई मुलाकात में वीरभद्र सिंह ने साफ कर दिया कि प्रदेश अध्यक्ष सुक्खू को 13 अक्टूबर को कैंपेन कमेटी का चेयरमैन भी बना दिया गया यह स्वीकार्य नहीं है. इसीलिए दोपहर 12:30 बजे सुक्खू वीरभद्र और प्रभारी शिंदे की कांग्रेस मुख्यालय में होने वाली प्रेस कॉन्फ्रेंस रद्द कर दी गई.

वीरभद्र अपनी मांग पर अड़े रहे पूरे दिन गहमागहमी चलती रही. कांग्रेस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कैंसिल कर दी, जिसके बाद देर शाम 6:00 बजे वीरभद्र सिंह प्रेस कॉन्फ्रेंस करने आए. उसके तुरंत बाद कांग्रेस ने साफ कर दिया कि कैंपेन कमेटी के चेयरमैन अब सुक्खू नहीं वीरभद्र सिंह होंगे. कुल मिलाकर कांग्रेस आलाकमान और वीरभद्र सिंह के बीच डील फाइनल हुई कि, सुक्खू प्रदेश अध्यक्ष तो बने रहेंगे लेकिन बाकी मामलों में वीरभद्र ही वही रोल अदा करेंगे जो कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पंजाब में किया.

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इस पूरे मामले के बाद हिमाचल के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने आज तक से खास बातचीत की.

विकासवाद और वंशवाद

वीरभद्र सिंह ने कहा कि ये बेकार की बात है. क्राइटेरिया वंशवाद नहीं जनता की सेवा और जनता के वोट होना चाहिए. अगर मेरा बेटा या बेटी जनता की सेवा करता है, जनता उसको वोट देकर चुनती है तो फिर वंशवाद कहां? मैं खुद 6 बार हिमाचल का मुख्यमंत्री रहा हूं. ऐसे में क्या मुझ पर भी वंशवाद का आरोप लगेगा.

'नेहरू पटेल और गुजरात को पसंद नहीं करते थे'

हिमाचल के मुख्यमंत्री ने कहा कि मोदी झूठ बोल रहे हैं. मैं नेहरू के जमाने का हूं. मोदी झूठ बोल रहे हैं. वे जिस वक्त की वह बात कर रहे हैं. वह जमाना नेहरू पटेल का था, तब शायद मोदी पैदा भी नहीं हुए थे या फिर प्राइमरी स्कूल में पढ़ रहे थे. मैंने इतिहास की तमाम किताबें पढ़ी हैं. उस वक्त के तमाम नेताओं से बातचीत की है. नेहरू और पटेल में झगड़े की बात तो बेमानी है. दोनों एक दूसरे को भरपूर सम्मान देते थे.

'तमीज की हद तोड़ रहे हैं PM मोदी'

वीरभद्र ने साफ कहा कि पीएम मोदी के ताजा भाषण और बयान ऐसे हैं जो एक प्रधानमंत्री को शोभा नहीं देते. मैं तो यही कहूंगा प्रधानमंत्री तमीज की हद तोड़ रहे हैं.

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'आय से ज्यादा संपत्ति का मामला, मेरे खिलाफ साजिश'

अपने ऊपर आय से ज्यादा संपत्ति के लगे आरोपों पर वीरभद्र सिंह आंखों में आंसू ला कर बोले कि मेरे खिलाफ केंद्रीय एजेंसियों का गलत इस्तेमाल किया जा रहा है, लेकिन मैं वह व्यक्ति नहीं कि चुप बैठ कर शांत हो जाऊं. मैं अपनी ईमानदारी और सच्चाई साबित करने के लिए लड़ता रहूंगा. लड़ रहा हूं. मुझे परेशान करने के लिए लगातार केंद्रीय एजेंसियों का बेजा इस्तेमाल किया जा रहा है, लेकिन मैं वीरभद्र सिंह हूं. डर कर भागने वाला नहीं, मुकाबला करने वाला.

विकास पर किसी भी मंच पर बहस कर लें PM मोदी

वीरभद्र सिंह ने कहा कि आज मैं पीएम मोदी से सिर्फ इतना कहना चाहता हूं कि वह आएं और विकास पर मुझ से बहस करें. 'क्या यह चुनौती है...' के सवाल पर वीरभद्र बोले कि मैं हाथ जोड़कर विनम्रता से कहता हूं. चुनौती नहीं है पर बहस तो कर लें. आज की अर्थव्यवस्था बता रही है कि देश व प्रदेश किसान हो या नौजवान सभी परेशान हैं.

उन्होंने कहा कि यूपीए से मोदी सरकार के 3 साल की तुलना कर लीजिए हर जगह हाहाकारी हाहाकार है. इसलिए फिर मैं वीरभद्र सिंह प्रधानमंत्री मोदी से कहता हूं कि आपका पूरा सम्मान है. आप बड़े हैं. मैं छोटा हूं. लेकिन बातों को घुमाओ मत, विकास पर बहस कर लीजिए.

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सुक्खू और कैंपेन कमेटी पर

कांग्रेस कैंपेन कमेटी के नए चेयरमैन बने वीरभद्र सिंह ने कहा कि जो हुआ वह अतीत की बात है. गौरतलब है कि वीरभद्र सिंह सुक्खू को प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाने की मांग लगातार करते रहे हैं और सोनिया-राहुल को खत लिख चुके हैं.

लेकिन सोनिया राहुल माने नहीं, बीच का रास्ता ही निकला कि कैंपेन कमेटी के चेयरमैन पद से सुक्खू को हटाकर वीरभद्र सिंह की ताजपोशी कर दी गई. कुल मिलाकर कहानी सीधी है.

हिमाचल में पंजाब जैसी जीत की उम्मीद

पंजाब में अमरिंदर को कमान सौंपने वाली कांग्रेस हिमाचल में वीरभद्र को कमान सौंप चुकी है. ठीक वैसी ही जीत की उम्मीद में. लेकिन आलाकमान ने यह बता दिया है कि वह झुकेगा, लेकिन एक सीमा तक इसलिए आलाकमान ने तय कर दिया है कि हिमाचल कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष पद के पद पर सुक्खू पर बने रहेंगे.

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