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प्रेम सिंह धूमल का प्रोफेसर से मुख्यमंत्री तक सफर

प्रेम सिंह धूमल दो बार हिमाचल के मुख्यमंत्री के सिंहासन पर विराजमान हो चुके हैं.  लेकिन उन्होंने अपना सियासी सफर बीजेपी के युवा संगठन से शुरू किया और मुख्यमंत्री तक बने. जबकि उन्होंने उन्होंने प्रोफेसर की नौकरी छोड़कर राजनीति में कदम रखा है.

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हिमाचल में बीजेपी के सीएम चेहरा प्रेम सिंह धूमल
हिमाचल में बीजेपी के सीएम चेहरा प्रेम सिंह धूमल

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हिमाचल विधानसभा चुनाव के मतदान से 10 दिन पहले बीजेपी ने अपने पुराने दिग्गज प्रेम सिंह धूमल को मुख्यमंत्री का चेहरा बनाया है. धूमल राज्य के सबसे ज्यादा मतदाता वाले राजपूत समुदाय से आते हैं. हिमाचल में 37 फीसदी राजपूत समुदाय हैं. प्रेम सिंह धूमल दो बार हिमाचल के मुख्यमंत्री के सिंहासन पर विराजमान हो चुके हैं.  लेकिन उन्होंने अपना सियासी सफर बीजेपी के युवा संगठन से शुरू किया और मुख्यमंत्री तक बने. जबकि उन्होंने उन्होंने प्रोफेसर की नौकरी छोड़कर राजनीति में कदम रखा है.

धूमल की शिक्षा

प्रेम सिंह धूमल हिमाचल की सियासत में बीजेपी के सबसे बड़े चेहरा है. प्रेम कुमार धूमल का जन्म 10 अप्रैल 1944 हिमाचल के जिला हमीरपुर के समीरपुर गांव में हुआ. धूमल ने अपनी शुरुआती शिक्षा मिडिल स्कूल भगवाड़ा में हुई और मैट्रिक डीएवी हाई स्कूल टौणी देवी, जिला हमीरपुर से की. 1970 में दोआबा कालेज जालंधर में एमए इंग्लिश में सर्वोच्च स्थान प्राप्त किया. उनके पिता महंत राम थे धूमल एमए और एलएलबी थे.

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प्रोफेसर से बने नेता

प्रेम कुमार सिंह धूमल ने सियासत में आने से पहले प्रोफेसर थे. धूमल ने पढ़ाई पूरी करने के बाद पंजाब, विश्वविद्यालय (जालंधर) में प्रवक्ता के रूप में ज्वाइन किया. इसके बाद दोआबा कालेज जालंधर चले गए और यहां नौकरी करते हुए एलएलबी किया. इसके अलावा धूमल तमाम सामाजिक संगठनों के साथ भी जुड़े रहे हैं.

युवा मोर्चा से राजनीति का आगाज

प्रेम कुमार धूमल ने अपनी राजनीतिक पारी का आगाज बीजेपी के युवा संगठन  भारतीय जनता युवा मोर्चा के साथ जुड़कर शुरू हुआ. 1980-82 में धूमल भाजयुमो के प्रदेश सचिव रहे.  इसके बाद 1993-98 में वो हिमाचल प्रदेश बीजेपी के अध्यक्ष रहे.

1989 में पहली बार पहुंचे लोकसभा

प्रेम कुमार धूमल 1989 में पहली बार लोकसभा पहुंचे, उन्होंने हमीरपुर सीट पर उपचुनाव में जीत दर्ज की. इसके बाद वो 1998 और 2003 में विधानसभआ चुनाव जीते. 2007 में भी उन्होंने विधानसभा का चुनाव जीत दर्ज की. जबकि धूमल ने जब पहलीबार 1984 लोकसभा चुनाव लड़े थे तो उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. इसके अलावा 1996 के लोकसभा चुनावों में भी उन्हें हार का सामना करना पड़ा था.

दो बार बने CM

बीजेपी के दिग्गज नेता प्रेम कुमार धूमल ने सियासत में कई बार हार का सामना करना पड़ा, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी. युवा मोर्चा से सियासी सफर शुरू करने वाले धूमल दो बार हिमाचल के मुख्यमंत्री बने. धूमल पहली बार मार्च 1998 से 2003 के बीच और दूसरी बार एक जनवरी 2008 से 25 दिसंबर 2012 तक हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे हैं.

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धूमल का परिवार

प्रेम सिंह धूमल की शादी शीला से हुई जिनसे दो बेटे हैं- अरुण ठाकुर और अनुराग ठाकुर. अनुराग ठाकुर राजनीति में काफी सक्रिय हैं. वे बीसीसीआई के चेयरमैन भी रह चुके हैं. इसके अलावा मौजूदा समय में हमीरपुर लोकसभा से सांसद हैं. अनुराज बीजेपी युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष  की कमान भी संभाल चुके हैं.

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