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वीरभद्र की पत्नी और बेटी चुनाव में कुछ इस तरह से कर रही हैं मदद

हिमाचल प्रदेश में इस बार जीत के समीकरण क्या होंगे और नतीजे किसकी ओर होंगे, यह बता पाना फिलहाल तो मुश्किल है, लेकिन चुनावी तैयारियों के बीच आज तक वर्तमान मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के घर श‍िमला पहुंची, जहां पिता वीरभद्र के साथ-साथ उनके बेटे विक्रमादित्य सिंह भी चुनावी तैयारियों में व्यस्त नजर आए.

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वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा
वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा

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हिमाचल प्रदेश में 9 नवंबर 2017 को विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. ऐसे में सभी राजनीतिक पार्टियां अपनी-अपनी तैयारियों में जुटी हुई हैं. 68 विधानसभा सीटों वाले हिमाचल में कुल 476 ने नामांकन दाख‍िल किए गए हैं.

जहां एक ओर वीरभद्र सिंह 7वीं बार मुख्यमंत्री बनने का सपना सजा रहे हैं, वहीं दूसरी आरे उनका बेटा विक्रमादित्य सिंह राजनीति में कदम जमाने के लिए पहली बार चुनाव लड़ने जा रहा है. लिहाजा, पिता और बेटे दोनों ही चुनाव की तैयारियों में जुटे हुए हैं.

हिमाचल प्रदेश में इस बार जीत के समीकरण क्या होंगे और नतीजे किसकी ओर होंगे, यह बता पाना फिलहाल तो मुश्किल है, लेकिन चुनावी तैयारियों के बीच आज तक वर्तमान मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के घर श‍िमला पहुंची, जहां पिता वीरभद्र के साथ-साथ उनके बेटे विक्रमादित्य सिंह भी चुनावी तैयारियों में व्यस्त नजर आए.

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6 बार मुख्यमंत्री रह चुके 86 साल के वीरभद्र सिंह सुबह 6 बजे से ही चुनावी तैयारियों में जुट जाते हैं. और उनके बेटे विक्रमादित्य सिंह इतने व्यस्त रहते हैं कि उन दोनों की मुलाकात बमुश्किल ही हो पाती है.

ऐसे माहौल में एक पत्नी और एक मां का रोल कितना अहम हो जाता है यह अगर आपको देखना है तो हिमाचल की राजधानी में शिमला वीरभद्र सिंह के घर पर चलिए.

प्रतिभा सिंह जो कि वीरभद्र सिंह की पत्नी है और विक्रमादित्य की मां पहले घर संभालती हैं और फिर उसके बाद राजनीति के मैदान में पति और बेटे का हाथ बटाती हैं. पहली बार चुनावी समर में उतर रहे विक्रमादित्य कहते हैं कि यह उनका पहला चुनाव है और जिस तरीके से वह मेहनत कर रहे हैं, वह अपने पिता की पुरानी सीट और परंपरा दोनों को बरकरार रखेंगे.

दूसरी तरफ पंजाब के सबसे बड़े राजनीतिक घराने में ब्याही वीरभद्र सिंह की बेटी अपराजिता जो अपनी ससुराल से मायके सिर्फ इसलिए आई हैं कि उन्हें अपने पिता और भाई के इस चुनावी युद्ध में साथ निभाना है.

अपराजिता चुनावी माहौल को बेहतर समझती हैं. उनका कहना है कि उन्होंने राजनीति अपने घर में बचपन से देखी है, सुनी है और समझी है. इसका फायदा उन्हें मिल रहा है और वह अपने भाई के लिए और पिता के लिए दोनों के लिए चुनाव प्रचार भी कर रही हैं.

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