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पंजाब के बाद अब 'उड़ता हिमाचल' बना चुनावी मुद्दा

कांगड़ा में एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने हिमाचल में वीरभद्र सरकार पर 'ड्रग माफिया राज' का आरोप लगाया था. पीएम ने हिमाचल में ड्रग माफिया के खिलाफ कार्रवाई का वादा करते हुए बीजेपी के लिए वोट मांगे.

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हिमाचल में पीएम मोदी
हिमाचल में पीएम मोदी

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पंजाब के बाद हिमाचल प्रदेश में ड्रग्स और नशाखोरी चुनावी मुद्दा बन गया है. इस समस्या पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीरभद्र सरकार को घेरा है. हिमाचल प्रदेश में चुनाव प्रचार के दौरान पीएम मोदी की ओर से की गई ड्रग माफिया वाली टिप्पणी के साथ पंजाब में नशाखोरी की तर्ज पर 'उड़ता हिमाचल' चुनावी मुद्दा बन गया है.

पंजाब में राहुल गांधी ने उठाया था मुद्दा

पंजाब में चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने शिरोमणि अकाली दल-बीजेपी पर युवाओं में बढ़ती नशाखोरी को लेकर हमला किया था. अब हिमाचल में प्रधानमंत्री मोदी भी वही आरोप वीरभद्र सरकार पर लगा रहे हैं.

'वीरभद्र सरकार में ड्रग माफिया राज'

कांगड़ा में एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने हिमाचल में वीरभद्र सरकार पर 'ड्रग माफिया राज' का आरोप लगाया था. पीएम ने हिमाचल में ड्रग माफिया के खिलाफ कार्रवाई का वादा करते हुए बीजेपी के लिए वोट मांगे.

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इन इलाकों में सबसे ज्यादा नशीले पदार्थ

पीएम ने राज्य में हेरोइन या चिट्टा के बढ़ते दुरुपयोग पर बात की. कुल्लू घाटी में दशकों से 'मलाना क्रीम' की खेती विदेशियों को आकर्षित करती रही है. हिमाचल में पंजाब से नशीले पदार्थों की तस्करी होती है. सूत्रों के मुताबिक कांगड़ा, ऊना, कुल्लू, सोलन, बिलासपुर, सिरमौर और हमीरपुर जिलों में नशीले पदार्थों का सबसे ज्यादा दुरुपयोग होता है. नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के सूत्रों के मुताबिक, पंजाब के सीमावर्ती इलाकों जैसे दमतल, नूरपुर, हरोली और नगरोटा शहरों में हेरोइन की सबसे ज्यादा बिक्री होती है. 

नशे के खिलाफ राजनीतिक समर्थन की जरूरत

एक सामाजिक कार्यकर्ता अजय श्रीवास्तव ने इंडिया टुडे को बताया, 'ये समस्या खतरनाक दर से बढ़ रही है. युवा नशे के इस जाल में फंसते जा रहे हैं, लेकिन स्थानीय पुलिस इसके खिलाफ कुछ खास कार्रवाई नहीं कर रही है. राजनीतिक समर्थन के बिना कुछ नहीं किया जा सकता.'

हिमाचल के 40 फीसदी युवा नशे के शिकार

हाल के दिनों में हिमाचल प्रदेश में नशीले पदार्थों के दुरुपयोग में काफी बढ़ोतरी देखी गई है. शिमला के इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज के एक अध्ययन का हवाला देते हुए हिमाचल प्रदेश हाई कोर्ट राज्य सरकार को आगाह कर चुकी है कि करीब 40 फीसदी युवा नशा करते हैं.

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पंजाब के ड्रग्स तस्करों के लिए हिमाचल बना विकल्प

सूत्रों ने बताया कि पंजाब में ड्रग माफिया के खिलाफ कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार का कार्रवाई के बाद ड्रग्स की तस्करी करने वालों के लिए हिमाचल सुरक्षित जगह बन गया है. पंजाब में अवैध सिंथेटिक ड्रग्स व्यापार की जांच कर रही केंद्रीय एजेंसियों ने हिमाचल के बड्डी इलाके में कैमिकल सप्लाई करने वाली इकाइयों का पता लगाया है.

'ड्रग्स बेचने वालों को कोई डर नहीं'

हिमाचल के पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने कहा, 'पंजाब की सीमा से लगे हिमाचल के इलाके बुरी तरह ड्रग्स से प्रभावित हैं. वीरभद्र सरकार ने इस समस्या पर अपनी आखों पर पट्टी बांध रखी है. ड्रग्स बेचने वालों को नियम-कानून का कोई डर नहीं है, ये लोग पुलिस की पिटाई करने से भी नहीं हिचकते. सत्ता में वापस आते ही हम ड्रग्स के नेटवर्क को नष्ट कर देंगे.  

कांग्रेस ने बीजेपी को बताया जिम्मेदार

कांग्रेन नेता और पंजाब के वित्त मंत्री मनप्रीत बादल ने शिमला में कहा, 'ये सब BJP का प्रोपगेंडा है, उन्हें बताना चाहिए कि पंजाब में 10 वर्षों तक किसका शासन था, जब ड्रग्स का दुरुपयोग इतनी भयानक समस्या बन गया. इस हालात के लिए बीजेपी ही जिम्मेदार है.'

पंजाब चुनाव में ड्रग्स बना था अहम मुद्दा

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छह महीने पहले ही पंजाब में अकाली-बीजेपी सरकार की विधानसभा चुनाव में हार हुई है. विपक्षी दलों में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने चुनाव के दौरान ड्रग्स के मसले को मुद्दा बनाया था. अब हिमाचल चुनाव में बीजेपी भी यही करती नजर आ रही है.

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